- शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल अर्पण करने से लाभ होता है।
- कुंडली में शनि ग्रह कमजोर होने पर व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आती हैं।
- शनि देव को प्रसन्न करने के लिए दान-पुण्य जरूर करना चाहिए।
शनिवार का दिन भगवान शनि को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की आराधना करने, तेल से उनका अभिषेक करने एवं हनुमान जी की पूजा से लाभ होता है। अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है या शनि ग्रह कमजोर है तो शनिवार को किए गए उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।
दान का है खास महत्व
शनि ग्रह को मजबूत बनाने के लिए शनिवार के दिन शनि से संबंधित वस्तुओं जैसे- साबुत उड़द की दाल, काले कपड़े, लोहा, सरसों का तेल, काले तिल, कम्बल आदि का दान देना शुभ माना जाता है। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और ग्रह का नकारात्मक प्रभाव कम होता है।
पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना लाभदायक
शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या चलने पर हर शनिवार पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। पेड़ के चारों तरफ सात बार परिक्रमा करते हुए “ऊं शं शनैश्चराय नम:” मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से दोष दूर होता है।
रुद्राक्ष कर सकते हैं धारण
शनि देव की कृपा पाने एवं शनि ग्रह को मजबूत बनाने के लिये 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक माना जाता है। इसे पहनते समय ॐ हूं नमः। ॐ ह्रां क्रीं ह्रीं सौं।। मंत्र का 108 बार जाप करें।
हनुमान जी संवारेंगे बिगड़े काम
शनि के प्रकोप से बचने के लिए हनुमान जी की अराधना भी फलदायी साबित होती है। इसलिए हर शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे शनि ग्रह के नकारात्मक फल से बचाव होता है। साथ ही ग्रह दोष भी दूर होते हैं।
छाया दान भी अच्छा विकल्प
अगर कोई शनि दोष से पीड़ित है तो उसे इससे छुटकारा पाने के लिए छायादान करना चाहिए। इसके लिए हर शनिवार को व्यक्ति को एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखना चाहिए। अब इस तेल को ले जाकर किसी शनि मंदिर में अर्पण कर दें। इससे दोष से मुक्ति मिलेगी।