- ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि पर हुआ था शनि देव का जन्म।
- 10 जून को है शनि जयंती, इस दिन वट सावित्री व्रत के साथ सूर्य ग्रहण का भी संयोग।
- शनि जयंती पर कुछ उपाय हैं बेहद लाभकारी, साढ़े साती जैसे शनि दोष से दिला सकते हैं मुक्ति।
Shani Jayanti upay in Hindi: शास्त्रों के अनुसार शनि देव कर्म फलदाता हैं और कहा तो ये भी जाता है कि भगवान शनि लोगों को उनके कर्मों का फल देते हैं। जो लोग अच्छे काम करते हैं उन पर शनि की कृपा रहती है, वहीं बुरे कार्य करने वालों पर शनि की कुदृष्टि के साथ साढ़े साती और ढैय्या जैसे प्रभाव कहर बनकर टूटते हैं। कहा जाता है जिन लोगों के कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में होते हैं वही लोग साढ़े साती और ढैय्या जैसे शनि दोष से ग्रसित रहते हैं। ऐसी मान्यता है कि शनि जयंती पर शनि देव की पूजा विधि-विधान से करने पर शनि दोषों से मुक्ति मिल जाती है।
पौराणिक मान्यता अनुसार, ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन शनि देव का जन्म हुआ और इसलिए इस दिन शनि जन्मोत्सव या शनि जयंती मनाई जाती है। इस बार शनि जयंती 10 जून को है और इस दिन वट सावित्री व्रत भी पड़ रहा है। इसके साथ इस दिन सूर्य ग्रहण भी है। इस अवसर पर शनि जयंती के कुछ उपाय बेहद लाभकारी हैं जिन्हें करने से शनि दोष से मुक्ति भी मिलती है।
शनि जयंती के दोष मुक्ति उपाय (Shani Jayanti 2021 Upay for Sade sati dosh Mukti)
शिव जी की करें पूजा
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शिव जी की पूजा करें और साथ ही हनुमान जी की पूजा भी करनी चाहिए, जो शनि के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं।
शनि चालीसा का पाठ करें
शनि दोष से मुक्ति के लिए शनि जयंती पर शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्त होता है।
इन चीजों का दान
शनि जयंती पर शनि देव से संबंधित मानी जाने वाली वस्तुओं का दान करना लाभकारी है। इस दिन काली उड़द, तेल, काले वस्त्र, काला कंबल और लोहे का दान कल्याणकारी हो सकता है।
सरसों के तेल से जुड़ा उपाय
शनि जयंती पर एक कटोरी में सरसों तेल डालकर उसमें अपना चेहरा देख कर कटोरी और तेल को शनि मंदिर में दान करना चाहिए।
शनि जयंती पर इस मंत्र का जाप करें
शनि जयंती 2021 के अवसर पर 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इससे शनि देव का आशीर्वाद मिलता है और जिससे शनि दोषों जैसे साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति मिलती है।