लाइव टीवी

Hanuman Chalisa Lyrics: यहां पढ़ें श्री हनुमान चालीसा ह‍िंदी व अंग्रेजी में

Updated Sep 29, 2021 | 23:02 IST

Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi: हनुमान जी को कलयुग का जागृत देव कहा जाता है और माना जाता है कि ये अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न हो जाते है। राम भक्त हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है।

Loading ...
Shri hanuman chalisa lyrics
मुख्य बातें
  • हनुमान जी को कलयुग का जागृत देव कहा जाता है
  • हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी संकट दूर होते हैं
  • श्री हनुमान का नाम जपने से भूत-प्रेत बलाएं हमसे दूर रहती हैं

Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi: माना जाता है कि कलियुग में सभी देवताओं में से केवल हनुमान जी ही जीवित देवता में से एक हैं। श्री हनुमान अपने भक्तों की सभी इच्छा पूर्ण करते हैं और उन्हें हर संकट से बचाते हैं। श्री हनुमान की कृपा से तुलसी दास जी को भगवान श्री राम के दर्शन हुए थे। हनुमान जी की शक्ति और उनकी महिमा को देखते हुए तुलसीदास जी ने हनुमान जी के लिए हनुमान चालीसा लिखी थी। मान्यता है कि जो भी व्यक्ति प्रतिदिन हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करता है उससे श्री हनुमान सदैव प्रसन्र रहते हैं और वह सभी संकटों से दूर रहता है। 

श्री हनुमान चालीसा ह‍िंदी में, श्री गुरु चरण सरोज रज lyrics

श्री हनुमान चालीसा दोहा

श्रीगुरु चरन सरोज रज,
निज मनु मुकुरु सुधारि
बरनउँ रघुबर बिमल जसु,
जो दायकु फल चारि
बुद्धिहीन तनु जानिके,
सुमिरौं पवन-कुमार
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं,
हरहु कलेस बिकार

श्री हनुमान चालीसा चौपाई

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर

राम दूत अतुलित बल धामा
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा

महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी

कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुंचति केसा

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै
कांधे मूंज जनेऊ साजै

संकर सुवन केसरीनंदन
तेज प्रताप महा जग बंदन

बिद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मन बसिया

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा
बिकट रूप धरि लंक जरावा

भीम रूप धरि असुर संहारे
रामचंद्र के काज संवारे

लाय सजीवन लखन जियाये
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये

रघुपति कीन्ही बहुत बडाई
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा

जम कुबेर दिगपाल जहां ते
कबि कोबिद कहि सके कहां ते

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा

तुम्हरो मन्त्र बिभीषन माना
लंकेस्वर भए सब जग जाना

जुग सहस्र जोजन पर भानू
लील्यो ताहि मधुर फल जानू

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं

दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते

राम दुआरे तुम रखवारे
होत न आज्ञा बिनु पैसारे

सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रच्छक काहू को डर ना

आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हांक ते कांपै

भूत पिसाच निकट नहिं आवै
महाबीर जब नाम सुनावै

नासै रोग हरै सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा

संकट तें हनुमान छुडावै
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै

सब पर राम तपस्वी राजा
तिन के काज सकल तुम साजा

और मनोरथ जो कोइ लावै
सोइ अमित जीवन फल पावै

चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा

साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता

राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा

तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम जनम के दुख बिसरावै

अंत काल रघुबर पुर जाई
जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई

और देवता चित्त न धरई
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई

संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा

जै जै जै हनुमान गोसाई
कृपा करहु गुरु देव की नाई

जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई

जो यह पढै हनुमानचालीसा
होय सिद्धि साखी गौरीसा

तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय महं डेरा

श्री हनुमान चालीसा दोहा

पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप

Shri Hanuman Chalisa in English, shri guru charan saroj raj lyrics 

Shri Hanuman Chalisa Doha

Shriguru charan saroja-raj
Nija manu mukura sudhaari
Baranau rahubhara bimala jasu
Jodayaka phala chari
Budhee-heen thanu janike
Sumirow pavana kumara
Bala-budhee vidya dehoo mohee
Harahu kale shabikaara

Shri Hanuman Chalisa Chopai
Jai Hanuman gyan gun sagar
Jai Kapis tihun lok ujagar

Ram doot atulit bal dhama
Anjaani-putra Pavan sutnama

Mahabir Bikram Bajrangi
Kumati nivar sumati Ke sangi

Kanchan baran biraj subesa
Kanan Kundal Kunchit Kesha

Hath Bajra Aur Dhvaja Viraje
Kaandhe moonj janeu sajai

Sankar suvan kesari Nandan
Tej prataap maha jagbandan

Bidyavaan guni ati chaatur
Ram kaj karibe ko aatur

Prabhu charitra sunibe-korasiya
Ram Lakhan Sita man Basiya

Sukshma roop dhari Siyahi dikhava
Bikat roop dhari lanka jarava

Bhima roop dhari asur sanhare
Ramachandra ke kaj sanvare

Laye Sanjivan Lakhan Jiyaye
Shri Raghubir Harashi ur laye

Raghupati Kinhi bahut badai
Tum mam priy Bharat-hi-sam bhai

Sahas badan tumharo jas gaavai
Asa-kahi Shripati kanth lagaavai

Sanakadhik Brahmaadi Muneesa
Narad-Sarad sahit Aheesa

Jama Kuber Digpaal Jahan te
Kavi kovid kahi sake kahan te

Tum upkar Sugreevahin keenha
Ram milaye raj pad deenha

Tumharo mantra Bibheeshan maana
Lankeshwar Bhaye Sub jag jana

Jug sahasra jojan par Bhanu
Leelyo tahi madhur phal janu

Prabhu mudrika meli mukh mahee
Jaladhi langhi gaye achraj nahee

Durgaam kaj jagath ke jete
Sugam anugraha tumhre tete

Ram duaare tum rakhvare
Hoat na agya binu paisare

Sub sukh lahae tumhari sarna
Tum racchak kahu ko darnaa

Aapan tej samharo aapai
Teenhon lok hank te kanpai

Bhoot pisaach Nikat nahin aavai
Mahavir jab naam sunavae

Nasae rog harae sab peera
Japat nirantar Hanumant beera

Sankat se Hanuman chudavae
Man Kram bachan dhyan jo lavai

Sab par Ram tapasvee raja
Tin ke kaj sakal Tumsaja

Aur manorath jo koi lavai
Sohi amit jeevan phal pavai

Charon jug partap tumhara
Hai persidh jagat ujiyara

Sadhu Sant ke tum Rakhware
Asur nikandan Ram dulhare

Ashta-sidhi nav nidhi ke data
As-bara deen Janaki mata

Ram rasayan tumhare pasa
Sada raho Raghupati ke dasa

Tumhare bhajan Ram ko pavai
Janam-janam ke dukh bisraavai

Anth-kaal Raghubar pur jayee
Jahan janam Hari-Bakht Kahayee

Aur Devta Chit na dharehi
Hanumat sehi sarve sukh karehi

Sankat kate-mite sab peera
Jo sumirai Hanumat Balbeera

Jai Jai Jai Hanuman Gosain
Kripa Karahu Guru dev ki nain

Jo sat bar path kare kohi
Chutahi bandhi maha sukh hohi

Jo yah padhae Hanuman Chalisa
Hoye siddhi saakhi Gaureesa

Tulsidas sada hari chera
Keejai Nath Hridaye mahein dera

Shri Hanuman Chalisa Doha

PavanTanay Sankat Harana, Mangala Murati Roop
Ram Lakhana Sita Sahita, Hriday Basahu Soor Bhoop


श्री राम के प्रिय भक्त हनुमान जी का नाम जो कोई भी जपता है उस पर कभी भी भूत-प्रेत बाधाएं अपना असर नहीं दिखा पाती हैं। हनुमान चालीसा का पाठ करने से हर तरह के रोग और कष्ट मिट जाते हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल