- सूर्य ग्रहण शाम 7 बजकर 4 मिनट से मध्य रात्रि तक रहेगा
- वृश्चिक राशि में इस बार सूर्य ग्रहण के दौरान पांच ग्रह गोचर करेंगे
- मेष, कर्क, मिथुन, कन्या, तुला और मकर राशि वालों को बच के रहना होगा
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। हालांकि सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे के बाद लगेगा और इसमें सूतक के नियम लागू नहीं होंगे, लेकिन कुछ एक नियम हर किसी को पालन करने ही होंगे, क्योंकि इस बार लगने वाला ग्रहण बहुत सी राशियों के लिए सही नहीं है और उन पर बुरा प्रभाव डालेगा। इसलिए इससे बचने के लिए जरूरी है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ कार्यों से दूर रहा जाए।
असल में सूर्य ग्रहण भले ही शाम के समय लगे, लेकिन मनुष्य पर इसका प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि इससे सूर्य पीड़ित होगा और पीड़ित सूर्य का असर मनुष्य पर होगा। जब कोई ग्रह पीड़ित हो जाता है तो वह शुभफल नहीं देता है। इस बार के सूर्य ग्रहण का प्रभाव कृषि कृषि, व्यापार, राजनीति पर भी पड़ेगा और इन सब क्षेत्र से जुड़े लोगों को ग्रहण के दौरान खास उपाय करने होंगे।
वृश्चिक और मेष राशि वालों को रखना होगा विशेष ध्यान
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है, लेकिन इसका बुरा प्रभाव मेष राशि पर भी पड़ेगा। असल में सूर्य ग्रहण मिथुन लग्न में लग रहा है, इसलिए वृश्चिक, मेष और मिथुन राशि वालों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत होगी।
वृश्चिक राशि में रहेंगे 5 ग्रह
वृश्चिक राशि में इस बार सूर्य ग्रहण के दौरान पांच ग्रह गोचर करेंगे। इसमें कुछ ग्रह राशि के लिए अच्छे नहीं हैं। ये ग्रह अशुभ योग का भी निर्माण करेंगे। ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि में सूर्य के साथ चंद्रमा, बुध, शुक्र और केतु भी गोचर करेंगे और उस समय गुरु चंडाल योग का भी बन रहा है। इससे इस राशि के जातकों का बहुत बच के रहने की जरूरत है।
सूर्य ग्रहण का समय
14 दिसंबर को सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 4 मिनट से मध्य रात्रि तक रहेगा। भारत में इस ग्रहण को खंडग्रास माना जा रहा है। खंडग्रास सूर्य ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता है। लेकिन इस दौरान सूतक काल के नियमों का पालन जरूर करें।
इस राशि के जातक बिलकुल न करें ये काम
सूर्य ग्रहण के दौरान मेष, कर्क, मिथुन, कन्या, तुला और मकर राशि वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होगी। इस दौरान इस राशि के जातकों को भोजन, यात्रा, नए कार्य आदि करने से बचना होगा। ग्रहण काल में गायत्री मंत्र का जाप करें और किसी भी गलत काम या किसी को कष्ट न पहुंचाएं।