- सावन में सोमवार व्रत का विशेष महत्व है
- भगवान शिव की विधि विधान से पूजा व जलाभिषेक से हर मनोकामना पूरी होती है
- सावन का व्रत रखने पर भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती हैं
Sawan 2022 Shubh Muhurat: इस साल सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू हो चुका है। सावन का महीना भगवान शिव भक्तों के लिए सबसे खास महीना होता है। यह महीना भगवान शिव को भी अति प्रिय है। इस साल सावन के महीने में चार सोमवार पड़ रहा है। पहला सोमवार 18 जुलाई को हो चुका है। दूसरा सोमवार 25 जुलाई को पड़ेगा। सावन में सोमवार व्रत का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की विधि विधान से पूजा व जलाभिषेक करने पर हर मनोकामना पूरी होती है। वहीं सावन का व्रत रखने पर भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती हैं। सावन के महीने में हरे रंग का विशेष महत्व है। सावन के महीने में महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां पहनते देखा होगा। सावन के महीने में लोग हरा कपड़ा ज्यादा पहनते हैं। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इस महीने हरे रंग का उपयोग करने और पहनने से भाग्य प्रभावित होता है। आइए जानते हैं कि सावन के महीने में हरे रंग का क्या महत्व है।
भगवान शिव को प्रिय है हरा रंग
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक हरा रंग सौभाग्य का रंग होता है। सावन आते ही चारों तरफ हरियाली आ जाती है। सावन के महीने में सुहागन महिलाएं हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियां पहनती है। हरा रंग प्रेम प्रसन्न और खुशी का प्रतीक माना जाता है। इसी वजह से महिलाएं सावन के महीने में हरे रंग के सिंगार करके भगवान और प्राकृतिक को धन्यवाद देती हैं। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि हरा रंग भगवान शिव को भी अति प्रिय है। इसलिए सावन के महीने में हरा रंग पहनना शुभ माना जाता है।
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भगवान विष्णु का भी बना रहता है आशीर्वाद
शास्त्रों के मुताबिक प्राकृतिक को ईश्वर का रूप माना जाता है, इसलिए इस पूरे महीने हरा पहनने वालों पर प्रकृति की विशेष कृपा बनी रहती है। हरा रंग बुध ग्रह का प्रतीक होता है। भगवान शिव का प्राकृतिक से विशेष जुड़ाव है। इसलिए भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हरे रंग के वस्त्र पहनते हैं। यही नहीं सावन के महीने में हरे रंग की चूड़ियां पहनने वाली महिलाओं पर भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद बना रहता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)