- प्रेवेलेंटाइन वीक में प्रेमिका को इंप्रेस करने के लिए कई काम किए जाते हैं।
- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के करीब स्थित है माता मुकड़ी मावली का मंदिर।
- अपनी प्रेमिका को पाने के लिए युवा करते हैं इस मंदिर में पूजा।
नई दिल्ली. वैलेंटाइन वीक में रोज डे, प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडी डे, प्रॉमिस डे, हग डे, किस डे के बाद वैलेंटाइन डे सबसे प्रमुख होता है। 14 फरवरी यानी आज के इस खास दिन कोई कपल घूमना तो कोई रेस्टोरेंट में जाकर खाना पसंद करता है। वहीं कुछ ऐसे युवा भी हैं जो अपनी प्रेमिकाओं को अपना बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के माता मुकड़ी मावली मंदिर जाते हैं।
माता मुकड़ी मावली का यह मंदिर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के करीब स्थित है। कहा जाता है कि माता मुकड़ी मावली एक वन राक्षसी थीं। अपनी प्रेमिका को पाने के लिए यहां युवा माता मुकड़ी मावली की पूजा करने के लिए आते हैं।
मान्यताओं के अनुसार जो भी युवा इस मंदिर में अपनी प्रेमिका को अपना बनाने के लिए माता की पूजा करता है, मां उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण करती हैं।
ऐसे होती है पूजा
माता के मंदिर में युवा अपनी प्रेमिका को पाने के लिए माता मुकड़ी मावली की पूजा करते हैं उन्हें यहां अपनी प्रेमिका की तस्वीर और कपड़ों का एक टुकड़ा दिखाना पड़ता है।
इस तस्वीर और कपड़े के टुकड़े को एक पत्थर के नीचे दबा दिया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जब माता प्रसन्न हो जाती हैं तब वह प्रेमी और प्रेमिका को एक कर देती हैं।
मन्नत पूरी होने पर माता को लगाया जाता है भोग
मान्यताओं के अनुसार अगर मां प्रेमी और प्रेमिका को एक कर देती हैं तब युवाओं को यहां वापस आकर मां को बकरा, मुर्गी या बत्तख का भोग लगाना पड़ता है। यहां के पुजारी के अनुसार इस मंदिर में सिर्फ युवा ही प्रवेश कर सकते हैं।
माता की पूजा करने के लिए युवा कभी भी यहां आ सकते हैं। आषाढ़ के महीने में इस मंदिर के आसपास शानदार मेला भी लगाया जाता है। यहां के लोग बताते हैं कि वैलेंटाइन वीक में यहां भारी मात्रा में युवा माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।