- जीवन में सुख-शांति के लिए वास्तु शास्त्र में बताए गए हैं कई उपाय
- परिवार में कलह और मानसिक तनाव को दूर रखने के लिए घर और किचन में कभी भी टूटी-फूटी चीजों और बर्तनों को ना रखें
- जीवन में कठिनाइयों से बचने के लिए कभी भी पश्चिम दिशा में पैर और उत्तर दिशा में सिर करके ना सोएं
नई दिल्ली: इस दौड़ती-भागती जिंदगी में कई बार कुछ कारणों से हम परेशान हो जाते हैं।वास्तु शास्त्र के अनुसार जीवन में समस्याओं के आने के कई कारण हो सकते हैं। वास्तु शास्त्र के जानकार यह बताते हैं कि हर दिशा में किसी ना किसी देवी या देवता का वास होता है और कई बार इन दिशाओं में गलत चीजों को रख देने से जीवन में परेशानियां आती रहती हैं। उसे ठीक करना बहुत जरूरी होता है।
अगर आप अपने घर, ऑफिस या ऐसी किसी जगह पर ज्यादा रहते हैं जहां वास्तु दोष है तो यह आपके जिंदगी में हमेशा परेशानियां लाएगा और आपका मानसिक तनाव बढ़ता रहेगा। मानसिक तनाव के बढ़ने से आपके स्वास्थ, रिश्ते और काम पर असर पड़ता है। अगर आप भी ऐसी किसी परिस्थिति से गुजर रहे हैं तो आपको वास्तु शास्त्र में दिए गए कुछ उपायों को कर सकते हैं जिससे आपकी वर्तमान प्रतिकूल परिस्थिति ठीक हो सकती है।
अगर आप घर के मुखिया हैं तो आप अपने घर में हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में सोएं। इससे आपके जीवन में आने वाली परेशानियां कम हो जाएंगी। इसके साथ दक्षिण-पूर्व दिशा में अपना सिर करके सोएं, यह दिशा आपके लिए बहुत उत्तम हैं और आपके जीवन में सुख शांति और मानसिक शांति का वास होगा।
टूटी-फूटी चीजों को घर में ना रखें
अगर आए दिन आपके परिवार के सदस्यों में कलह होती रहती है तो घर से उन सभी चीजों को निकाल दें जो टूटी-फूटी हैं। इसके साथ अपने रसोई घर से भी टूट चुके बरतनों को निकाल दें। घर में रखी टूटी-फूटी चीजें नकारात्मक ऊर्जा लाती हैं इसलिए इन्हें घर से निकालना बेहतर होता है। कबाड़ जैसे बर्तन को घर में या किचन में हर्गिज ना रखें इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।
घर का मुख्य आईना दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए
अपने घर के मुख्य आईने को कभी भी दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए क्योंकि यह मानसिक तनाव का कारण बनता है। इसके साथ कभी भी दो आईने आमने-सामने ना रखें। अगर आपके घर में टूटा हुआ आईना है तो उसे भी घर से बाहर कर दें। यह सभी चीजें घर में नकारात्मक शक्तियां लाती हैं और मानसिक तनाव का कारण बनती है।
अविवाहितों का कमरा दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए
अगर आपके घर में कोई अविवाहित व्यक्ति रहता है तो उसका कमरा कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। इससे उनके अंदर उग्रता आती है और वह चिड़चिड़े रहते हैं।
घर की दीवारों को कभी भी गहरे रंग से नहीं रंगना चाहिए
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर की दीवारों को कभी भी गहरे रंग से नहीं रंगना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि गहरा रंग नकारात्मक उर्जा का स्त्रोत है और यह हमारे मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालता है। इसीलिए घर की दीवारें हमेशा हल्के रंग में रंगी होनी चाहिए।
घर में ना हो भगवान की ऐसी तस्वीर
अपने घर में कभी भी भगवान की ऐसी तस्वीर या प्रतिमा को ना लाएं या रखें जिसमें वह युद्ध या विनाश करते हुए दिखाई दे रहे हों। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके घर में एक भी तस्वीर ऐसी नहीं होनी चाहिए जो हिंसक व्यवहार को प्रदर्शित कर रहा हो। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कभी भी हिंसक जानवरों की तस्वीरें ना लगाएं। इसलिए घर में महाभारत की तस्वीर,फोटो या मूर्ति को रखने की मनाही है।
इस दिशा में सिर और पैर ना करके सोएं
वास्तु शास्त्र में यह उल्लिखित है कि भगवान शनि पश्चिम दिशा में वास करते हैं और भगवान यमराज उत्तर दिशा में। इसीलिए कभी भी पश्चिम दिशा में पैर और उत्तर दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए। ऐसा करने से परेशानियां बढ़ती हैं और मानसिक तनाव कभी जाता नहीं है।