- जन्म कुंडली के माध्यम से स्त्री ऋण को आसानी से जान सकते
- स्त्री ऋण से होते है अनिष्ट
- अवगुणों की बजाय सद्गुणों को अपनाए
Causes of Stree Rin: ऋण तो आपको पता ही होगा यानी कि कर्जा जो हमारे ऊपर चला आ रहा है और हमने उसको अभी तक पूर्ण नहीं किया है ऋण कैसा भी हो अच्छा नही माना जाता, अब वह पूर्वजों का ऋण हो, पूर्व जन्मों व कर्मो का ऋण हो या किसी ईस्ट मित्र, रिश्तेदार या बैंक से लिया गया हो। ऋण होने से व्यक्ति अत्यधिक दबाव की मुद्रा में रहता है। क्योंकि ऋण से जितनी जल्दी मुक्ति पा ली जाए उतना ही बेहतर होता है। कोई भी किसी भी तरह के कर्जे को अपने ऊपर बोझ बनाकर रखना नही चाहता है। वैसे भी मनुष्य को यह ख्याल रखना चाहिए कि जीवन में कर्म श्रेष्ठ होने चाहिए। यानी अवगुणों की बजाय सद्गुण अपनाने चाहिए। कहने का मतलब यह है कभी भी अनायास ही किसी भी प्रकार से किसी भी व्यक्ति, जीव जंतु के साथ गलत ना करें, अगर ऐसा हम करते हैं तो पाप के भागीदार बनते हैं और इसका भुगतान हमें कहीं ना कहीं तो चुकाना पड़ता है। अगर हम इन बातों का ख्याल रखते हैं तो हमें अपने जीवन में कभी असफलता का मुंह देखना नहीं पड़ेगा।
Feng Shui Turtle For Wealth : मनचाही सफलता चाहिए तो फेंगशुई का ये कछुआ लाएं घर, जानें फायदे
स्त्री ऋण होता क्या है
इस ऋण को हम अपनी जन्म कुंडली के माध्यम से बड़ी आसानी से जान सकते है। जब भी किसी व्यक्ति की कुंडली के जन्मांक में दूसरे व सातवें भाव में सूर्य चंद्रमा व राहु स्थित होते है। तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति शुक्र ग्रह के प्रभाव से पीड़ित होता है। इन्हीं ग्रहों की चाल की वजह से व्यक्ति के जीवन में स्त्री ऋण का दोष लगता है।
कारण जब मनुष्य अपनी गलतियों डर भय अवगुणों या किसी भी तरह के स्वार्थ लालच के वशीभूत होकर किसी स्त्री की प्रसूति में अवरोध उतपन्न कर देता है। प्रसूति से पीड़ित या प्रसूति के वख्त किसी स्त्री की हत्या कर देता है तो वह इस पाप को करने के बाद इस पाप का भागीदार होता है। यही इसका मुख्य कारण होता है।
Astrology chant the mantras : अपनी राशि के हिसाब से कीजिये मंत्रों का जाप, मिलेगी अपार सफलता
स्त्री ऋण की पहचान
तमाम लोग अपने घरों में पशु-पक्षियों व जानवरों को पालते हैं। उनकी सेवा भी करते है। प्यार दुलार भी करते है। आपके घर मे भी इसी तरह से जीव होंगे, यानी जब मनुष्य के द्वारा अपने ही घर मे स्वजनों द्वारा पाली गयी गाय या भैंसों को घृणा की दृष्टि से देखा या पाला जाता है। कहने का मतलब यह है कि घर के लोगों ने तो उनको पाला है वह लोग उनकी देखरेख करते है। नियमित उनके दैनिक खान-पान का ख्याल रखते है। लेकिन आप अपने ही घर के जानवरों से कोई मोह नही रखते उन्हें जानवर ही समझकर उनसे उसी तरह व्यवहार करते है। तब उस स्थिति में आपका अवगुण इस दोष को दर्शाता है।
स्त्री ऋण के ये होते है अनिष्ट फल
स्त्री ऋण के बुरे प्रभाव हमें तब दिखाई देते हैं जब हमारे ही परिवार में पुरुषों की बीमारी में हमारे द्वारा जमा की गई पूंजी बुरी तरह से स्वाहा हो जाती हैं। मतलब बर्बाद हो जाती है। बेटों एवं पोतों की अचानक असमय मृत्यु हो जाती है। अचानक घर मे डांका पड़ जाता है। हर तरह से धन की हानि होने लगती है। समस्याओं का अंबार हमारे सामने बढ़ता ही जाता है। हम चाहकर भी बिन बुलाई समस्याओं से दूर नही हो पाते है। जीवन चक्र बहुत मुश्किल हो जाता है। शिखर से शून्य की तरफ जाने के अलावा जीवन मे कुछ बचता नही है।
ये कीजिये उपाय समस्याएं होंगी दूर
लाल किताब में इस तरह के ऋणों से मुक्ति पाने के लिए बहुत ही अचूक उपाय बताए गए है। जिनको करने से आप इन दोषों से बरी हो सकते है।
1. इस ऋण से पीड़ित लोगों को गाय दान करनी चाहिए।
2. गाय के लिए आपको हरा चारा दान करना चाहिए।
3. 100 स्वस्थ गायों को सपरिवार मिलकर चारा एवं खाद्य सामिग्री खिलानी चाहिए।
4. साल भर तक गाय के बच्चे को अपने हाथों से चारा खिलाना चाहिए।
अगर आप यह सभी उपाय करते है तो आपको इस स्त्री ऋण से मुक्ति मिल जाएगी। साथ ही जीवन फिर से खुशहाली के रास्ते पर पहले की ही तरह आ जायेगा।