- भूलकर भी शयन कक्ष मे ना लगाएं हनुमान जी मूर्ती।
- सिंहासन पर हनुमान जी की मूर्ती स्थापित करने से पहले बिछाएं लाल रंग का आसन।
- हनुमान जी को रुद्राक्ष चढ़ाने से मन रहते है स्थिर और दिमाग रहता है शांत
प्रभु राम को अपना सर्वस्व मानने वाले और रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास रामचरितमानस की एक चौपाई में लिखते हैं संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बल बीरा। हनुमान जी भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर कष्टों का निवारण करते हैं। जिस घर में हनुमान जी की मूर्ती होती है वह घर मंगल, शनि, पितृ और भूतादि के दोष से मुक्त होता है।
वहां सकारात्मक शक्तियों का वास होता है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि घर के सही दिशा में हनुमान जी की मूर्ती रखी हो। ऐसे में आइए जानते हैं घर में कहां पर हनुमान जी की मूर्ती स्थापित करना शुभ माना जाता है।
किस दिशा में लगाएं हनुमान जी की मूर्ती
वास्तुशास्त्र के अनुसार हनुमान जी का चित्र उत्तर की दीवार पर दक्षिण की ओर देखते हुए लगाना चाहिए। दक्षिण दिशा में मुख किए हुए हनुमान जी का चित्र इसलिए शुभ माना जाता है क्योंकि इस दिशा में हनुमान जी ने अपना सर्वाधिक प्रभाव दिखाया है। इस दिशा में हनुमान जी का चित्र लगाने से घर के अंदर आने वाली नकारात्मक शक्तियां हनुमान जी के तस्वीर को देख लौट जाती हैं और घर में सदा सकारात्मक शक्तियों का वास होता है। इससे घर में सुख समृद्धि बढ़ती है और धन प्राप्ति के साधन में वृद्धि होती है। तथा धर के सदस्यों का स्वास्थ सही रहता है, इससे वो बुरी नजर से बचे रहते हैं।
भूलकर भी इस जगह ना लगाएं हनुमान की तस्वीर
भूलकर भी हनुमान जी के तस्वीर को शयन कक्ष यानि बेड रूम में ना रखें, क्योंकि हनुमान जी बाल ब्रम्हचारी थे। इस नियम का उल्लंघन करने से आपको अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है। इसलिए इन बातों का हमेशा के लिए गांठ बांध लें।
बैठे हुए या उड़ते हुए प्रतिमा की करें पूजा
घर में हनुमान जी की बैठे हुए या हवा में उड़ते हुए प्रतिमा की पूजा करें। मान्यता है कि इससे घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और आय के साधन में वृद्धि होती है। गृहस्थों के लिए हनुमान जी के बैठ हुए प्रतिमा की पूजा करने से परिवार में खुशहाली आती है। वहीं नौकरी व व्यापार में तरक्की पाने के लिए हनुमान जी के उड़ते हुए प्रतिमा की पूजा करें।
ऐसे करें हनुमान जी की मूर्ती स्थापित
घर या मंदिर में हनुमान जी की मूर्ती रखते समय ध्यान दें कि हनुमान जी की तस्वीर को कभी भी सीधे सिंहासन पर स्थापित ना करें। उनकी प्रतिमा स्थापित करते समय पहले सिंहासन पर लाल रंग का आसन बिछाएं। यह शुभ माना जाता है क्योंकि लाल रंग हनुमान जी को अत्यंत प्रिय है।
रुद्राक्ष की माला चढ़ाएं
पवन पुत्र मां अंजनी के लाल हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां अवतार माना जाता है। इसलिए हनुमान जी को रुद्राक्ष चढ़ाने से उनकी कृपा सदा आपके ऊपर बनी रहती है औऱ मन स्थिर रहता है। साथ ही विशेष फल की प्राप्ति होती है।
राम दरबार की तस्वीर रखने से
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार घर में राम दरबार की मूर्ती स्थापित करने और पूजा करने से घर समृद्धशाली बनता है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। हनुमान जी की पूजा भगवान राम और मां सीता की पूजा किए बिना पूरी नहीं मानी जाती।