- बनारस और काशी के नाम से भी प्रसिद्ध है वाराणसी शहर, धार्मिक इतिहास के लिए है मशहूर
- गंगा नदी के तट पर स्थित है वाराणसी शहर, भगवान शिव ने बसाया था बनारस
- भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी मानी जाती है वाराणसी
बहुत कम लोग इस बात से परिचित हैं कि वाराणसी शहर में दुनिया के सबसे ज्यादा घाट मौजूद हैं। ऐसे ही कई रोचक तथ्य गंगा नदी पर बसे इस मनोरम शहर वाराणसी से जुड़े हुए हैं। वाराणसी कह लीजिए या बनारस, यह शहर भारत के संस्कृति का आईना है। भारत की पवित्र नदी गंगा पर बसा यह शहर कई भव्य मंदिरों से परिपूर्ण है। साल भर यहां कई पर्यटक घाटों पर अपना समय व्यतीत करते हैं और भारत दर्शन के साथ यहां के संस्कृति को समझते हैं।
कहा जाता है कि भगवान शिव ने करीब 5000 साल पहले इस खूबसूरत शहर को स्थापित किया था। इतना ही नहीं विश्व के प्राचीन शहरों में वाराणसी 15वें स्थान पर आता है। हिंदू धर्म के साथ यहां बौद्ध और जैन धर्म के पवित्र स्थल भी हैं। यहां जानिए वाराणसी शहर से आधारिक कुछ रोचक और दिलचस्प तथ्य।
वाराणसी शहर का नाम:
बनारस भगवान शिव का निवास माना जाता है। इस शहर का नाम दो नदियों के नाम से जुड़कर बना है वरुणा और असी। वाराणसी को बनारस और काशी समेत सुदर्शना, राम्या और ब्रह्मा वर्धा के नाम से भी जाना जाता है।
भगवान शिव और माता पार्वती का है निवास स्थान:
आपने यह तो सुना ही होगा कि वाराणसी भारत की सबसे पवित्र शहरों में से एक है, लेकिन आप शायद इस बात से अवगत नहीं होंगे कि वाराणसी भगवान शिव और माता पार्वती का सबसे पुराना निवास स्थान है। मान्यताओं के अनुसार, जो इंसान वाराणसी के गंगा घाट पर अपनी आखिरी सांसें लेता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वाराणसी की अद्भुत परंपरा:
वाराणसी शहर में आने वाले लोग यहां की संस्कृति और परंपरा को इस कदर अपने दिल में बिठा लेते हैं की यह यादें कभी मिटती नहीं हैं। वाराणसी शहर की परंपरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। ऐसी ही एक परंपरा है कि लोग यहां मेंढक को पकड़ कर उनसे शादी करते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए लोग ऐसा करते हैं। जब बारिश के मौसम की शुरुआत देरी से होती है तब लोग भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए मेंढक से शादी करते हैं।
बनारस में है एशिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय:
बनारस शहर ने पूरे विश्व को कई ऐसे महानुभाव दिए हैं जिनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इन्हीं में से एक हैं तुलसीदास और मुंशी प्रेमचंद जो बनारस के रहने वाले थे। वाराणसी शहर से एक और रोचक तथ्य आधारित है कि यहां एशिया का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय स्थित है जिसे मदन मोहन मालवीय ने बनवाया था।
वाराणसी है मंदिरों का शहर:
बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि वाराणसी में करीब 23 हजार मंदिर स्थित हैं। यह बात सुनकर आपको हैरानी जरूर हुई होगी।
वाराणसी में है विश्व के सबसे ज्यादा घाट:
आपने फिल्मों में, फिल्मी गानों में या किताबों में वाराणसी के घाटों पर शाम की सुंदरता का उल्लेख जरूर देखा होगा, सुना होगा या पढ़ा होगा। कहा जाता है कि शाम की सुंदरता को अगर महसूस करना चाहते हो तो वाराणसी के घाट पर बैठ जाओ। बहुत ही कम लोग यह जानते हैं कि वाराणसी में विश्व के सबसे ज्यादा घाट स्थित हैं। वाराणसी में कुल 84 घाट हैं। क्यों, है ना यह आश्चर्यचकित कर देने वाली बात?
बनारसी सिल्क के व्यापार में है सबसे आगे:
हर एक महिला की दिली ख्वाहिश होती है कि वह अपने जीवन में एक बार वाराणसी साड़ी जरूर पहने क्योंकि बनारसी साड़ी इतनी खूबसूरत होती है कि हर किसी की नजरें इस पर टिक जाती हैं। बनारसी साड़ी बनारसी सिल्क से बनी होती हैं जो विश्व के सबसे बेहतरीन सिल्क में से एक है। वाराणसी बनारसी सिल्क के व्यापार में सबसे आगे है। आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि एक साड़ी को बनाने में तकरीबन 6 महीने लग जाते हैं।