- आंवले के वृक्ष पर हल्दी से बनाएं स्वास्तिक
- वृक्ष के नीचे भोजन पकाएं और वहीं खाएं
- ब्राह्मणों और गरीबों को आंवले का दान करें
आंवला नवमी को कई जगह आंवला अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन आंवले के पेड़ की पूजा होती है और आंवले के नीचे ही सात्विक भोजन बनाया जाता है। साथ ही आंवले के पेड़ के नीचे ही बैठकर खाना भी खाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु और भगवान शिव का वास होता है। आंवला केवल धार्मिक लिहाज से ही नहीं आयुवेर्दिक पहलू से भी बहुत काम होता है। आंवला नवमी के दिन
आंवले के पेड़ के नीचे मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाया जाता है और उसे फिर केले के पत्तों पर परोसने का नियम है। मान्यता है कि इस दिन यह भोजन रूपी ये प्रसाद ब्राह्मणों और गरीबों को भी खिलाना चाहिए। आंवला नवमी पर पांच उपाय करने से आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
आंवला नवमी पर करें ये उपाय
- आंवला नवमी के दिन आंवल के पेड़ में भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा के साथ मां लक्ष्मी की पूजा भी जरूर करें। ऐसा करने से आपके घर में आ रही आर्थिक दिक्कत दूर हो जाएगी।
- पूजा के बाद गरीब और ब्राह्मणों को जो भी दान करें उसमें आंवला जरूर होना चाहिए। हर दान में आंवला रख कर दें। ऐसा करने से आपकी मन की इच्छाएं पूरी हो जाएंगी।
- आंवले के पेड़ के नीचे मिट्टी का चूल्हा बनाएं और सात्विक भोजन बना कर उसे गरीबों और ब्राह्मणों को खिलाएं। साथ में आंवले का व्यंजन भी इसमें जरूर रखें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं।
- आंवला नवमी के दिन घर में आंवले के पौधे को रोपें और लोगों को भी भेंट करें। इसेस आपके घर कभी धन की कमी नहीं होने पाएगी।
- आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ पर हल्दी का स्वस्तिक बनाना चाहिए । ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- आंवला नवमी पर आंवले के वृक्ष में जो जल दिया जाता है उस जल में चंदन व हल्दी मिलाकर अर्घ्य दें। ऐसा करने से आपके कहीं पर यदि आपका धन अटका हो तो वह निकल आता है।
ये पांच उपाय आंवले के वृक्ष की पूजा के साथ करने से आपके घर का आर्थिक संकट सदा के लिए दूर हो जाएगा।