- भैया दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है
- बहनों को रक्षाबंधन की तरह भैया दूज का भी बेसब्री से इंतजार रहता है
- इस दिन भाई अपने बहन को कुछ उपहार भी देता है
भाई और बहन के अटूट बंधन का पर्व भैया दूज हर साल उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर मिठाई खिलाती हैं और भाई की लंबी उम्र और सुख समृद्धि की कामना करती हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में यह पर्व मनाया जाता है। कहा जाता है कि कोई बहन जब अपने भाई के लिए कामना करती है तो भाई दीर्घायु होता है और उसके जीवन में कोई दुख नहीं आता है।
भैया दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। बहनों को रक्षाबंधन की तरह भैया दूज का भी बेसब्री से इंतजार रहता है। इस दिन भाई अपने बहन को कुछ उपहार भी देता है। इसके अलावा बहनें भी अपने छोटे भाई को गिफ्ट देती हैं। इस साल भैया दूज 29 अक्टूबर को है यानि आज है। आइये जानते हैं भैया दूज पर भाई का पूजन करने का सही तरीका क्या है।
भैया दूज पर ऐसे करें भाई का पूजन
- भैया दूज के दिन व्रत रखकर सुबह नहाकर नए वस्त्र धारण करें।
- तांबे या पीतल के लोटे में गंगाजल रखें और इसमें अक्षत और फूल डालकर सूर्य को जल अर्पण करें और व्रत की शुरूआत करें।
- इसके बाद घर या आंगन में आटे का चौक बनाएं और शुभ मुहूर्त में अपने भाई को चौक पर बिठाएं।
- सबसे पहले भाई के हाथों की पूजा करें। इसके लिए भाई की हथेली पर चावल का घोल लगाएं और फिर हाथ पर रोली, पान, सुपारी और फूल सहित पूजा की अन्य सामग्री रखें।
- सबसे आखिर में भाई के हाथों पर पानी अर्पण कर मंत्र का जाप करें।
- इसके बाद भाई के माथे पर चंदन, चावल और रोली का टीका लगाएं और भाई को मिठाई खिलाकर खुद भी खाएं।
- सूर्यास्त के बाद यमराज के नाम का चौमुखी दीया जलाकर घर से बाहर रखें। ऐसा करने से भाई की उम्र लंबी होती है।
- भाई को तिलक लगाते समय यह मंत्र पढ़ें-गंगा पूजा यमुना को, यमी पूजे यमराज कोसुभद्रा पूजे कृष्ण को गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई आप बढ़ें फूले फलें।
इस तरह से भैजा दूज के दिन पूरे विधि विधान से भाई का पूजन करने से भाई के दीर्घायु होने की कामना करें। ऐसा करने से भाई और बहन के बीच हमेशा अटूट प्रेम बना रहता है।