- सोना पहनने से किसी भी मनुष्य के ऊपर ग्रहों का प्रभाव सकारात्मक या नकारात्मक रूप से बढ़ जाता है।
- सोने को सही जगह पर पहनने से उस इंसान का वैभव और ऐश्वर्य बढ़ सकता है।
- सोने को गलत जगह पर पहनता है तो उसके जीवन में कई अनहोनी घट सकती हैं।
नई दिल्ली. गहने पहनने का शौक किसे नहीं होता है? सब चाहते हैं कि वह ऊपर से नीचे तक सोने चांदी से लदे रहें। यह शौक अच्छा है लेकिन किसी भी चीज को करने से पहले हमें उसका अंजाम सोच लेना चाहिए। किसी भी चीज के दो पहलू होते हैं, या तो वह चीज आपका काम बना देगी या तो सब बिगाड़ देगी।
लाल किताब के अनुसार यह कहा जाता है कि सोना पहनने से किसी भी मनुष्य के ऊपर ग्रहों का प्रभाव सकारात्मक या नकारात्मक रूप से बढ़ जाता है। सोने पर आधारित ऐसी कई बातें लाल किताब में मिलती हैं जो उसके प्रभाव के बारे में बताती हैं।
लाल किताब के अंदर यह लिखा है कि सोने को सही जगह पर पहनने से उस इंसान का वैभव और ऐश्वर्य बढ़ सकता है। दूसरी ओर, अगर कोई इंसान सोने को गलत जगह पर पहनता है तो उसके जीवन में कई अनहोनी घट सकती हैं। लाल किताब यह कहता है कि सोना बृहस्पति का कारक है।
गले में सोना पहनना
लाल किताब में यह कहा गया है कि गले में सोना पहनने से बृहस्पति ग्रह कुंडली के लग्न भाव में बैठ जाता है और अपना असर दिखाने लगता है। आसान भाषा में कहें तो, कुंडली में अगर बृहस्पति किसी भी भाव में मौजूद है तो वह पहले भाव का असर दिखाने लगेगा।
बृहस्पति ग्रह चौथे भाव में बैठा हुआ है और उच्च है तो वह लग्न में पहुंचते ही सामान्य श्रेणी के प्रभाव दिखाने लगेगा। बहुत से लोग सोने के साथ आर्टिफिशियल या अन्य धातु से बने गहने पहनते हैं। ऐसा करने से बृहस्पति के प्रभाव में विघ्न आता है और बृहस्पति का प्रभाव खराब होता है।
हाथ में सोना पहनने का मतलब
अपने हाथों में सोने के गहने पहनने का मतलब है कि तीसरे भाव में बृहस्पति का सक्रिय भूमिका में होना। ऐसे में आप अपने हाथों में सोने की अंगूठी या कड़ा पहनिए।
अगर आप लोगों की कुंडली में बृहस्पति खराब है या आपके ज्योतिषी बताते हैं कि किसी भी प्रकार से बृहस्पति अगर दूषित हो रहा है तो आप लोगों को सोने का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
कमर में नहीं पहनने चाहिए सोने के आभूषण
लाल किताब के अनुसार कमर में सोना पहनना वर्जित है। कमर में सोने के आभूषण पहनने से पाचन तंत्र खराब हो सकता है और गर्भाशय या यूट्रस जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वह लोग जो पेट या मोटापे से संबंधित परेशानियों से जूझ रहे हैं वह लोग सोना ना ही पहने तो सही रहेगा।अगर आप लोग लोहे, कोयले या ऐसे किसी धातु के व्यापार में लगे हैं जो शनि से संबंधित है तो आप लोगों को सोना नहीं पहनना चाहिए।
हाथ-पैर में सोने से परहेज
लाल किताब में इस बात को विशेष तौर पर लिखा गया है कि बाए हाथ में सोना नहीं पहनना चाहिए क्योंकि वह कई परेशानियों को बुलावा देता है। जब तक आवश्यकता ना हो तब तक बाएं हाथ में सोना पहनने से बचिए।
पैरों में कभी भी सोने की बिछिया यह पायल नहीं पहननी चाहिए क्योंकि सोना बृहस्पति का धातु माना जाता है और यह बहुत पवित्र होता है। पैरों में सोना पहनने से दांपत्य जीवन में बहुत सारी परेशानियां आती हैं।
सोना पहनते समय शराब का ना करें सेवन
अगर आप लोगों ने अपने किसी भी अंग में सोना पहन रखा है तो आप लोगों को शराब पीने और मांसाहारी खाना खाने से बचना चाहिए। सोना एक बहुत ही पवित्र धातु है और इसकी पवित्रता हमें हमेशा बनाए रखनी चाहिए।
बहुत लोगों की यह आदत होती है कि वह सोते समय अपने अंगूठी या चेन को निकालकर अपने तकिए के नीचे रख देते हैं। ऐसा करने से बचिए क्योंकि इससे नींद संबंधित परेशानियां होती हैं और कई समस्याएं आपके जीवन में आती हैं।
इन राशियों के लिए सोना उत्तम, इनके लिए खराब
जिन लोगों का लग्न मेष, कर्क, सिंह और धनु है उन लोगों के लिए सोना पहनना बहुत उत्तम माना जाता है। अगर आप लोगों का लग्न वृषभ, मिथुन, कन्या और कुंभ है तो आप लोगों को सोना नहीं पहनना चाहिए क्योंकि उसे उत्तम नहीं माना जाता है।
लाल किताब के अनुसार जो लोग तुला और मकर राशि के हैं उन लोगों को सोना पहनने से सावधान रहना चाहिए। आप लोग सोना कम भी पहने तो ज्यादा अच्छा है। अगर आप लोगों का लग्न वृश्चिक या मीन है तो आप लोगों के लिए सोना पहनना मध्यम माना जाता है।