- दीपक जलाने से घर की नकारात्मकता खत्म होती है
- घी का दीपक हमेशा अपने बांए हाथ जलाना चाहिए
- तेल का दीपक हमेशा अपने दाहिनी ओर जलाएं
घर के मंदिर में आप दीपक तो जलाते ही होंगे, लेकिन आपको पता है कि मुख्यद्वार पर दीपक जलाना अपके घर की हर विपदाओं को हर सकता है। नहीं, तो वास्तुदोष के इस मूलमंत्र को हमेशा याद रखें। घर में यदि परेशानियों का स्तर बढ़ता जा रहा है तो आपको अपने घर में वास्तु नियमों की जांच कर लेनी चाहिए। यदि घर में वास्तुदोष हो तो परेशानी, स्वास्थ्य संकट, धन हानि आदि की दिक्कते होने लगती हैं, लेकिन कई बार पेरशानी लोगों को समझ नहीं आती। ऐसे में ऐसे घर में तेल या घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए। ये उपाय वास्तदोष का निवारण करते हैं।
जानें, दीपक जलाने के नियम और तरीके क्या हैं
घर में सकारात्मकता भरने लिए करें ये काम
घर में सकारात्मक ऊर्जा भरे इसके लिए जरूरी है की आप घर में दीपक जलाएं। दीपक जलाना घर के वास्तु दोष बढ़ाने वाली नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है। दीपक से निकलने वाला धुंआ घर में मौजूद कीट और सूक्ष्म कीटाणुओं को भी खत्म कर देता है। इसलिए अपने घर में दीपक जरूर जलाएं। यदि दिन में नहीं जला सकते तो रात में जरूर जलाएं।
घर में सुख-समृद्धि के लिए करें ये काम
घर में सुख-समृद्धि की कमी हो रही हो तो आपको अपने घर के मुख्यद्वार के बारह रोज सुबह और शाम दीपक जरूर जलाना चाहिए। कोशिश करें ये दीपक सरसों के तेल से जलाएं। ऐसा करने से घर में आने वाली बाहरी समस्याएं वहीं से लौट जाएंगी और घर में भी सकारात्मकता का प्रवेश होगा।
घी का दीपक बाएं हाथ जलाएं
घर में जब भी आप दीपक जलाते होंगे, शायद ही आपको पता हो कि घी और तेल का दीपक अलग-अलग तरीके से जलाया जाता है। जी हां, घी का दीपक हमेशा अपने बाएं हाथ की ओर जलाएं और तेल का दीपक हमेशा अपने दाएं हाथ की ओर जलाना चाहिए। याद रखें एक बार जब दीपक जल जाए तो तब तक न बुझे जब तक उसमें घी या तेल हो। वहीं यदि पूजा में दीपक जला रहे तो दीपक हमेशा ईश्वर के सामने जलाना चाहिए।
घी में कैसा हो दीपक
घी के दीपक में हमेशा सफेद रुई का प्रयोग करना होता है, जबकि तेल के दीपक में लाल धागे की बत्ती या रक्षाधागा प्रयोग करना चाहिए।
दीपक जलाते हुए इन मंत्रों का करें जाप
शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।।
मंत्र जाप के साथ दीपक जलाने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है और वास्तु दोष भी दूर होते हैं।