Story Of Mahakaleshwar Mandir: उज्जैन नगरी में स्थित महाकाल ज्योतिलिंग शिव जी का तीसरा ज्योतिलिंग है। ये एकमात्र ऐसा लिंग है जो दक्षिणमुखी है। एक बहुत ही प्रसिद्ध कथा शिव पुराणों में लिखी गई है, जिसमें अवंती नगरी में एक वेद जी रहा करते थे। वो हमेशा यज्ञ और पूजा में लगे रहते थे और शिव जी के परम भक्त भी थे। वेद जी का नाम वेदप्रिय था और उनके चार पुत्र थे, उन दिनों एक असुर नें उनके दो पुत्रों पर वार किया। असुर के वार से पूरा अवंती नगर संकट में आने लगा, फिर चारों पुत्रों ने शिव जी की पूजा शुरु की और कड़ी तपस्या की। शिवजी खुद वहां प्रकट हुए और उन असुरों को भी भस्म कर दिया। सभी वेदों की रक्षा हुई और वेदों ने शिव जी से वरदान मांगा की उन्हें मुक्ति दे दी जाए। महाकाल की पूरी कहानी और इतिहास जानने के लिए आप ये वीडियो देख सकते हैं।