- नवरात्रि पूजा के लिए पहले से कर लें तैयारी
- पूजा के अनुसार बनाए पूजन सामग्री की लिस्ट
- कलश, दीया और श्रृंगार की सामग्री की लिस्ट बना लें
नवरात्रि में नौ देवियों की पूरे नौ दिन तक विशेष पूजा की जाती है। इस दौरान देवी की आराधना में कई चीजों की जरूरत होती है। देवी के श्रृंगार से लेकर उनके वस्त्र, भोग, कलश स्थापना, हवन और कन्या पूजन सामग्री की तैयारी पहले से कर लेना चाहिए। ताकि अंतिम समय में होने वाली भूल-चूक से बचा जा सके। नवरात्रि 25 मार्च से 2 अप्रैल तक है। इन नौ दिन में देवी के नौ स्वरूप की पूजा के लिए कई तरह की पूजा सामग्री की जरूरत होती है। हर देवी को अलग रंग के परिधान और प्रसाद चढ़ाया जाता है। साथ ही उनकी पूजा में विशेष फूल और पत्तियां भी चढ़ाई जाती हैं। इन सब की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। तो आइए जान लें कि देवी पूजन में किन-किन चीजों और पूजन सामग्री की जरूरत होगी।।
जानें, कलश स्थापना से लेकर कन्या पूजन तक, सामग्री की पूरी लिस्ट
कलश स्थापना के लिए जरूरी सामग्री
यदि आपको कलश स्थापना करनी है तो आपको इन सामग्री की जरूरत होगी। मिट्टी का कलश, ढकने के लिए दीया, जौ, मिट्टी, मौली यानी रक्षा धागा, आम के पत्ते, जटा वाला नरियल, लौंग इलायची, रोली, कपूरी, पान का पत्ता, सुपारी, अक्षत, फूल, फल, चावल या गेंहू।
देवी मां के श्रृंगार के लिए
नवरात्रि में देवी माता की पूजा में सोलह श्रृंगार की सामग्री। इसके अलावा लाल चुनरी, लाल चूड़ियां, सिंदूर, कुमकुम, मेहंदी, आलता और बिंदी, शीशा, कंघी, नेलपॉलिश आदि।
नवरात्रि पूजा व भोग के लिए
नवरात्रि पूजा में आप जो देवी मां के लिए भोग बनाएंगे, इसके अतिरिक्त फूल मखाना, मिठाई, मेवा, फल, इलायची, लौंग, मिश्री आदि।
अखंड ज्योति की सामग्री
यदि आपको अखंड ज्योति जलानी है तो उसके लिए आपको मिट्टी का बड़ा दीया, गाय का शुद्ध घी, रूई की बाती और थोड़े चावल चाहिए होंगे।
हवन करने के लिए
नवरात्रि के नौवें दिन हवन के लिए हवन कुंड, लौंग के 9 जोड़े, कपूर, सुपारी, गुग्गुल, लोहबान, घी, पंचमेवा, चावल, आम की लकड़ी।
कन्या पूजन के लिए
कन्या के पूजन के प्रसाद के लिए चना, हलवे के लिए सूजी, पूड़ी के लिए शुद्ध आटा। कन्या के लिए चुनरी या पोषाक, दक्षिणा। पूजन के लिए आलता, कुमकुम आदि। अंत में कुछ उपहार।
पूजन की इन सामग्री को आप पहले से तैयार कर रख लें, ताकि आपको के समय किसी चीज की कमी न हो।