- चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर मनाई जाती है कामदा एकादशी।
- कामदा एकादशी पर की जाती है भगवान विष्णु की पूजा, पुण्यदाई होती है यह एकादशी व्रत।
- कामदा एकादशी व्रत करने वाले भक्तों को अपने पापा से मिलती है मुक्ति, भगवान विष्णु होते हैं प्रसन्न।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष 24 एकादशीयां पड़ती हैं। हर महीने शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एक-एक एकादशी तिथि होती है। विष्णु पुराण में यह उल्लेख किया गया है कि एकादशी व्रत करना सर्वश्रेष्ठ है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। कामदा एकादशी पर भगवान विष्णु समेत मां लक्ष्मी की पूजा होती है। कहा जाता है कि जो व्रत कामदा एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करता है उसे भगवान विष्णु वरदान देते हैं। इतना ही नहीं कामदा एकादशी व्रत रखने वाले भक्तों को पुण्य की प्राप्ति होती है तथा उनके सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
यहां जानें, इस वर्ष कब है कामदा एकादशी, मुहूर्त और उसका महत्त्व।
कामदा एकादशी 2021 तिथि
कामदा एकादशी तिथि: - 23 अप्रैल 2021, गुरुवार
कामदा एकादशी तिथि प्रारंभ: - 22 अप्रैल 2021 (रात 11:35)
कामदा एकादशी तिथि समाप्त: - 23 अप्रैल 2021 (रात 09:47)
कामदा एकादशी व्रत पारण मुहूर्त: - 24 अप्रैल 2021, (सुबह 05:47 से लेकर 08:24 तक)
कामदा एकादशी 2021 व्रत पूजा के 7 शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त- अप्रैल 24 सुबह 04:09 से सुबह 04:53 तक
- अभिजित मुहूर्त- 23 अप्रैल को दिन में 11:41 से दोपहर 12:33 तक
- विजय मुहूर्त-23 अप्रैल को दोपहर 02:17 से 03:09 तक
- गोधूलि मुहूर्त- 23 अप्रैल को शाम 06:23 से 06:47 तक
- अमृत काल- अप्रैल 24 को 12:20 एएम से 01:50 एएम तक
- निशिता मुहूर्त- 23 अप्रैल को रात 11:45 से अप्रैल 24 को 12:29 एएम तक
- रवि योग- 23 अप्रैल को 05:38 एएम से 07:42 एएम तक.
कामदा एकादशी का महत्व, kamada ekadashi 2021 ka mahatva
पुराणों के अनुसार, जो भक्त कामदा एकादशी व्रत रखता है तथा भगवान विष्णु की पूजा करता है उसके सारे पाप मिट जाते हैं। जाने-अनजाने में किए गए कामों की क्षमा मांगने वाले भक्तों को भगवान विष्णु माफ कर देते हैं तथा आशीर्वाद देते हैं। कामदा एकादशी व्रत कल्याणकारी है, यह व्रत रखने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।