- एकादशी व्रत पर वर्जित माने गए हैं 11 कार्य, भूल से पुण्यफल में आती है बाधा।
- एकादशी व्रत पर ना करें किसी की चुगली वरना मान-सम्मान पर आ सकता है खतरा।
- एकादशी पर चोरी करने से बचें, समाज द्वारा करना पड़ सकता है घृणा का सामना।
Yogini ekadashi par kya kare aur kya na kare: आज योगिनी एकादशी है। भगवान श्रीहरि को समर्पित एकादशी व्रत का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। हिंदू धर्म शास्त्रों में एकादशी तिथि को कल्याकारी, पुण्यदायिनी और मोक्षदायिनी कहा गया है। मान्यताओं के अनुसार, एकादशी व्रत करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं भगवान विष्णु पूरा करते हैं।
जानकार बताते हैं कि एकादशी व्रत पर मन, तन और वचन को नियंत्रित रखना जरूरी है। इनके शुद्धता से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं वहीं हल्की सी भी लापरवाही भक्तों के लिए नुकसानदेह हो सकती है।
हिंदू धर्म शास्त्रों में एकादशी व्रत से संबंधित कुछ नियम (Yogini Ekadashi 2021 ke Niyam) बताए गएं हैं जिनका पालन करना लाभदायक माना जाता है। लेकिन हल्की सी भी चूक व्रत रखने वाले लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है।
एकादशी व्रत पर कई कार्य वर्जित माने गए हैं। यहां जानिए, आपको इस दिन क्या नहीं करना चाहिए। (What not to do on Yogini Ekadashi 2021 / Yogini Ekadashi par Kya na kare)
जुआ ना खेलें:
जुआ एक सामाजिक बुराई है जो इंसान को नष्ट कर सकता है। कहा गया है कि जिस इंसान को जुए की लत होती है उसका परिवार और कुटुंब बरबाद हो जाता है। जानकारों के अनुसार, जुआ सिर्फ एकादशी तिथि पर ही नहीं बल्कि कभी नहीं खेलना चाहिए।
एकादशी रात में ना सोएं:
हिंदू धर्म शास्त्रों में यह कहा गया है कि एकादशी तिथि की रात में ना सोएं, इसकी जगह भगवान विष्णु की भक्ति करें। एकादशी तिथि पर जागरण करना भक्तों के लिए लाभदायक माना जाता है।
पान ना खाएं:
कहा जाता है कि पान के सेवन से मन में रजोगुण बढ़ता है इसलिए एकादशी पर पान का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन भगावन की भक्ति में लीन रहना फलदायक है।
दातून करना माना गया है वर्जित:
हिंदू धर्म शास्त्रों में एकादशी तिथि पर दातून करना वर्जित माना गया है। यह एकादशी व्रत के नियमों में भी उल्लेखित है।
एकादशी पर ना करें दूसरों की बुराई:
इस दिन जान-पहचान या अंजान किसी भी व्यक्ति की निंदा करने से बचें। दूसरों के प्रति कटु भाव रखने से भगवान विष्णु नाराज होते हैं।
चुगली करने से मान-सम्मान में आएगी कमी:
एकादशी व्रत के नियमों के अनुसार, इस दिन किसी की चुगली ना करें। कहा गया है कि चुगली करने से मान-सम्मान में कमी आ सकती है।
चोरी ना करें:
सिर्फ एकादशी व्रत पर ही नहीं बल्कि कई व्रतों के नियमों के अनुसार, चोरी करना वर्जित माना जाता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको समाज द्वारा घृणा का सामना करना पड़ सकता है।
हिंसा से रहें दूर:
एकादशी तिथि पर हिंसा से बचें। ऐसा करने से आपके मन और तन के साथ आपका वचन भी अशुद्ध हो जाएगा। कहा जाता है कि हिंसा से मन में विकार आता है जो गलत है।
ब्रह्मचर्य का करें पालन:
एकादशी तिथि पर ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य करें और स्त्रीसंग से दूर रहें। इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करने से भक्ति में मन लगता है और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
क्रोध को करें नियंत्रित:
एकादशी पर कोशिश करें की आपका मन शांत रहे। एकादशी पर क्रोध ना करें, अगर कोई गलती कर रहा हो तो उसे प्यार से समझाएं और माफ कर दें।
झूठ बोलने से बचे:
एकादशी पर झूठ बोलना वर्जित माना गया है। झूठ बोलने वाले व्यक्ति से भगवान विष्णु नाराज होते हैं।