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UPSC Civil Service Exam Tips: इन तीन टिप्स से पहले अटेंप्ट में पास करें सिविल सर्विस की परीक्षा

Updated Sep 22, 2019 | 07:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

UPSC Toppers Tips: सिविल सर्विस एग्जाम क्वालिफाई करने का सपना लाखों युवा देखते हैं। कई अपने पहले अटेंप्ट में ऐसा कर लेते हैं। 2018 में रैंक 452 हासिल करने वाले लोकेश यादव से जानिए कि कैसे ये परीक्षा क्रैक करें।

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Lokesh Yadav
मुख्य बातें
  • 2018 में अपने पहले अटेंप्ट में लोकेश यादव ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 452 रैंक हासिल की थी।
  • लोकेश यादव ने यूपीएससी सिविल सेवा एग्जाम के लिए तीन टिप्स दी है। 
  • लोकेश कहते हैं कि UPSC परीक्षा को क्वालिफाई करने का पहला स्टेज है खुद पर भरोसा।

नई दिल्ली. यूपीएससी की सिविल सर्विस की परीक्षा में कैंडिडेट्स कई अटेंप्ट के बावजूद क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं। वहीं, कुछ कैंडिडेट्स ऐसे भी होते हैं जो अपने पहले ही अटेंप्ट में देश की ये सबसे बड़ी परीक्षा को क्वालिफाई कर लेते हैं। 2018 में अपने पहले अटेंप्ट में  452 रैंक हासिल करने वाले लोकेश यादव ने कुछ ऐसी ही टिप्स दी है। 

दिल्ली नॉलेज ट्रैक से बातचीत में लोकेश यादव ने तीन टिप्स भी दिए हैं। लोकेश के मुताबिक, "सिविल सर्विस की परीक्षा को क्वालिफाई करने का पहला स्टेज है खुद पर भरोसा। कैंडिडेट को खुद पर भरोसा होना चाहिए कि वह इस एग्जाम को क्वालिफाई कर सकता हूं। वो चाहे किसी भी अटेंप्ट में क्यों नहीं हो।"

लोकेश कहते हैं कि 'दूसरी अहम चीज है टाइम मैनेजमेंट। यूपीएससी की परीक्षा में सब्जेक्ट काफी होते हैं और उनका सिलेबस भी काफी बड़ा होता है। ऐसे में जरूरी है कि एक आदमी अपनी प्राथमिकता को तय करें कि कौन से सब्जेक्ट की तैयारी पहले करनी है। मैं केवल उन टॉपिक्स पर फोकस करता था जिससे ज्यादा सवाल पूछे जाते थे।'

लगातार लें फीडबैक 
योगेश के मुताबिक "तीसरी जरूरी चीज है कि आप लगातार अपनी तैयारियों का फीडबैक लें। जब तक आपको ये पता नहीं होगा कि आपकी रणनीति आपके लिए काम कर रही है या नहीं आप फाइनल एग्जाम में इसका फायदा नहीं उठा पाएंगे।"

योगेश कहते हैं जैसे एक एथलीट के लिए फाइनल रेस से पहले ट्रायल रेस होती है। इसी तरह से आपके लिए टेस्ट सीरीज एक तरह का ट्रायल है। इस ट्रायल के जरिए आप अपनी तैयारियों और रणनीति का फीडबैक ले सकते हैं। 

ये थी योगेश की रणनीति 
योगेश अपनी रणनीति शेयर करते हुए बताते हैं कि, "प्रीलिम्स के लिए मैंने एनसीआरटी की किताबें पढ़ी थी। मेरा फोकस था टेस्ट सीरीज पर। आप जब पढ़ते हैं तो आपक पता नहीं होता कि आपको किस टॉपिक पर फोकस करना चाहिए। ये आपको टेस्ट सीरीज के जरिए पता चलती है।    

 

मेन्स के लिए योगेश अपनी रणनीति बताते हैं, " मेन्स के चारों पेपर्स की अलग-अलग मांग हैं। आप अपने सिलेबस को बार-बार देखें। इसके अलावा पुराने पेपर्स को भी देखें।इससे आपको एक आइडिया मिलेगा। इसके अलावा केस स्टडी पर खास फोकस करें।"