- नौजवानों को ‘जाब सीकर नहीं’ ‘जाब प्रोवाइडर’ बनाने पर सीएम योगी का फोकस
- विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में स्टार्टअप को नए विषय के तौर पर जोड़ेंगे
- उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चल रहे हैं
नई दिल्ली: देश के सबसे अहम सूबे उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चल रहे हैं और सबके विकास के लिए प्रयत्नशील हैं, वहीं वो नई योजनाएं लाकर भी जनता के उत्थान का काम कर रहे हैं, योगी आदित्यनाथ ने अब प्रदेश के युवा वर्ग को लेकर कई बातें कहीं हैं जो प्रदेश के युवाओं को फायदा देंगी।
विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में स्टार्टअप को नए विषय के तौर पर जोड़ने की सीएम योगी की योजना अहम है।योगी सरकार यूपी में युवा उद्यमियों की फौज खड़ी करने में जुटी है।नौजवानों को ‘जाब सीकर नहीं’ ‘जाब प्रोवाइडर’ बनाने पर सीएम योगी का फोकस है। सरकार की ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के फाइनल इयर में एक साल की स्टडी लीव देने की योजना है।
स्टडी लीव के दौरान छात्र इंटर्नशिप कर सकेंगे
वहीं छात्रों को युवा उद्यमी बनाने के लिए प्रेरित करने की योजना भी है, खुद का उद्यम स्थापित करने के लिए सरकार करेगी प्रोत्साहित साथ ही एक लाख छात्रों को पहले साल में शामिल किया जाएगा, उन्हें इंटर्नशिप के दौरान प्रतिमाह ढाई हजार का भत्ता मिलेगा।
इन छात्रों का प्रोजेक्ट वर्क पाठ्यक्रम का हिस्सा भी बनेगा वहीं लखनऊ को स्टार्टअप हब बनाने की सीएम योगी की कवायद है, दस हजार से भी अधिक स्टार्टअप यूपी में स्थापित करने का लक्ष्य और सिडबी की मदद से योगी सरकार ने कार्पस फंड बनाया है।
यूपी को स्टार्टअप हब बनाने में जुटी योगी सरकार
हर जिले में बनेगी स्टार्टअप इकाई ,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'उत्तर प्रदेश स्टार्टअप फंड' में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) को 15 करोड़ की प्रथम किश्त सौंपी है। प्रदेश सरकार और सिडबी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर, बाहर से आए कामगार और श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए यूपी को स्टार्टअप हब बनाने में सरकार जुटी है।
58000 ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देंगे योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 मई को बैंकिंग कॉरसपोंडेंट सखी योजना के तहत 58000 ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देने की घोषणा की थी। यह ग्रामीण महिलाएं बैंकों से जुड़कर पैसे के लेनदेन को घर घर जाकर करवाएंगी। जिससे ग्रामीणों का सारा लेनदेन डिजिटल होगा और उन्हें बैंक जाने की आवश्यकता ही नहीं होगी।
इससे कोरोना संक्रमण का खतरा तो कम होगा ही,साथ में गांव की महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 58 हजार बैंकिंग कॉरसपोंडेंट सखी को तत्काल तैनात करने की व्यवस्था करें। इसमें जो योग्य हों, जिनको जानकारी हो, उन लोगों का चयन ईमानदारी के साथ आवश्यक है।