- साल में 4 बार मनाया जाता है नवरात्रि का पर्व, चैत्र और शारदीय नवरात्रि हैं सबसे लोकप्रिय
- नवरात्रि के 9 दिनों में होती है मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा, हवन और जागरण का है विशेष महत्व
- नवरात्रि के पहले दिन होती है घट स्थापना, राम नवमी के दिन होता है चैत्र नवरात्रि का अंत
हर वर्ष चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, जिनमें शरद नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि, माघ गुप्त नवरात्रि और आषाढ़ गुप्त नवरात्रि आती हैं। शरद और चैत्र नवरात्रि प्रमुख नवरात्रि मानी जाती हैं। वहीं, माघ गुप्त नवरात्रि और आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तांत्रिक विद्याओं के लिए अनुकूल मानी जाती हैं। होली पर्व के बाद चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है। चैत्र नवरात्रि में सबसे अहम दिन राम नवमी का होता है क्योंकि पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। राम नवमी को चैत्र नवमी के नाम से भी जाना जाता है।
यहां जानिए कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि और कब मनाई जाएगी महाअष्टमी और रामनवमी?
Chaitra navratri 2021 First day date (April 13): चैत्र नवरात्रि का पहला दिन
इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से शुरू हो रही है। यह दिन मंगलवार का है और विधि विधान के अनुसार पहले दिन घट स्थापित किया जाता है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन को प्रतिपदा भी कहते हैं। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापित करके मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इसी दिन चंद्र दर्शन भी होता है।
Chaitra navratri 2021 second day (April 14): चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन
14 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि का दूसरा दिन है। इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। द्वितीया पर सिंधारा दूज भी होती है।
Chaitra navratri 2021 third day (April 15): चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन
चैत्र नवरात्रि की तृतीया 15 अप्रैल के दिन पड़ रही है। चैत्र नवरात्रि की तृतीया पर मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा विधि विधान से की जाती है। तृतीया पर गौरी पूजा और सौभाग्या तीज भी होती है।
Chaitra navratri 2021 fourth day (April 16): चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन
16 अप्रैल शुक्रवार के दिन चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन है, इस दिन मां कुष्मांडा देवी की पूजा होगी। इसी दिन विनायक चतुर्थी भी है।
Chaitra navratri 2021 fifth day (April 17): चैत्र नवरात्रि का पांचवा दिन
चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन पर मां स्कंदमाता की पूजा करनी चाहिए। हिंदू धर्म शास्त्रों में भगवान कार्तिकेय को स्कंदकुमार का नाम दिया गया है। इस दिन को लक्ष्मी पंचमी भी कहा जाता है। इस दिन नाग पूजा का भी विधान है।
Chaitra navratri 2021 sixth day (April 18): चैत्र नवरात्रि का छठा दिन
18 अप्रैल रविवार को चैत्र नवरात्रि का छठा दिन है। इस दिन मां कात्यायनी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन यमुना छठ भी मनाई जाएगी।
Chaitra navratri 2021 seventh day (April 19): चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन
चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन को महासप्तमी कहते हैं जिस दिन मां कालरात्रि की पूजा होती है।
Chaitra navratri 2021 eighth day (April 20) : चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन
चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन महाअष्टमी या दुर्गा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। महा अष्टमी पर महागौरी की पूजा की जाती है। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी 20 अप्रैल को पड़ रही है। इस दिन संधी पूजा होती है और अन्नपूर्णा अष्टमी भी मनाई जाती है।
Chaitra navratri 2021 ninth and last day (April 21) : चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन
चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन राम नवमी के नाम से जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रेता युग में राजा दशरथ के घर में भगवान राम का जन्म हुआ था। राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा विधि विधान के अनुसार करनी चाहिए।