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Chanakya Niti for Home: घर बनाने की चाणक्‍य नीत‍ि, इन 5 बातों का रखा ध्‍यान तो खूब बढ़ेगा धन और सम्‍मान

Updated May 03, 2021 | 08:33 IST

Chanakya Niti in hindi : आचार्य चाणक्य ने घर बनाने और वास करने के लिए कुछ नियमों का उल्लेख किया है। इन नियमों का पालन कर व्यक्ति सफल और सुखद जीवन की कामना कर सकता है।

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चाणक्य नीत‍ि घर बनाने की
मुख्य बातें
  • व्यक्ति को ऐसे स्थान पर निवास करना चाहिए जहां पर धनी व्यक्ति निवास करते हों।
  • जहां लोगों में समाज औऱ कानून का भय हो ऐसी जगह बनाएं घर।
  • घर बनाते समय आसपास के वातावरण पर दें विशेष ध्यान।

भारतीय राजनीति औऱ अर्थशास्त्र के पितामह कहे जाने वाले आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के युग में काफी प्रासंगिक हैं। आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर पहलू पर अपनी नीतियां का उल्लेख किया है, इन नीतियों के बल पर आप एक सफल और सुखद जीवन की कामना कर सकते हैं। आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में उल्लेख करते हुए बताया है कि व्यक्ति को घर खरीदते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि वह बड़ी से बड़ी परेशानी का सामना कर सके और इसका हल निकाल सके। 

ऐसे में आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को घर खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

1. धनी व्यक्ति निवास करते हों

आचार्य चाणक्य एक श्लोक के माध्यम से उल्लेख करते हुए कहते हैं कि व्यक्ति को ऐसे स्थान पर निवास करना चाहिए जहां पर धनी व्यक्ति निवास करते हों, क्योंकि ऐसी जगह पर व्यवसाय का वातावरण अच्छा होता है। धनी व्यक्ति के आसपास रहने पर रोजगार मिलने की भी अधिक संभावनाएं होती हैं।

2. धार्मिक आस्था रखते हों

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जहां लोग धार्मिक आस्था रखते हों, लोगों में भय, डर, लाज हो, वहां पर अपना घर बसाना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार जहां लोगों में ईश्वर, लोक, परलोक में आस्था होगी वहां पर लोगों में समाजिक आदर भाव होगा। जहां का समाज मर्यादित होगा वहां संस्कार का विकास होगा। इसलिए ऐसी जगह का वास करें जहां पर लोगों में धर्म में आस्था रखते हों तथा लोगों में ईश्वर लोक परलोम में आस्था हो।

3. जहां कानून और समाज का हो भय

आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को ऐसी जगह वास करना चाहिए जहां लोगों में समाज औऱ कानून का भय हो। जहां कानून और समाज का भय ना हो व्यक्ति को ऐसी जगह वास नहीं करना चाहिए।

4. जहां आसपास वैद्य और चिकित्सक हों

आचार्य चाणक्य के अनुसार जहां आसपास वैद्य या चिकित्सक रहते हों व्यक्ति को वहीं वास करना चाहिए। क्योंकि ऐसी जगह पर अचानक बीमारी का इलाज किया जा सकता है।

5. नदी

आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को ऐसी जगह रहना चाहिए जहां पर आसपास नदी या तालाब हो। क्योंकि ऐसी जगह का पर्यावरण शुद्ध होता है। इसलिए ऐसी जगह वास करें जहां पर पवित्र नदी बहती हो औऱ पर्यावरण शुद्ध हो।

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