उत्पन्ना एकादशी के दिन यदि आप कुछ उपाय कर लें तो भगवान विष्णु आपकी सोई हुई किस्मत और तकदीर में लिखे कष्ट को आसीन से दूर कर देंगे। उत्पन्ना एकादशी का व्रत यदि पूरे विधि- विधान से किया जाए तो मनुष्य को समस्त तीर्थों का पुण्य और बैकुण्ठ धाम की प्राप्ति होती है। एकादशी के दिन कुछ उपाय भी मनुष्य को जरूर करने चाहिए। यदि आप धन संकट से जूझ रहे या आपकी किस्मत आपका साथ नहीं दे रही तो आपको भगवान विष्णु के निमित्त इस दिन उपाय करने चाहिए। इस दिन किए गए उपाय अवश्य ही फलीभूत होते हैं।
उत्पन्ना एकादशी पर करें इनमें से कोई एक उपाय, खुल जाएगी किस्मत
-
उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु मंदिर में जा कर उन्हें गेंदे की माला अर्पित करें और साथ में बेसन का हलवे का भोग लगाएं। ये उपाय आप उत्पन्ना एकादशी से शुरू कर कम से कम 11 या 21 दिन लगातार करें।
-
इस दिन भगवान विष्णु को केसर वाली खीर चढ़ाएं और उसमें तुलसी दल जरूर डालें। भोग लगे खीर का प्रसाद अधिक से अधिक लोगों में बांटे। इससे आपकी कामना पूरी होगी। कोशिश करें गरीब बच्चों को ये खीर खिलाएं।
-
एकादशी के दिन सुबह भगवान की पूजा के बाद पीपल के पेड़ की पूजा कर उसमें कच्चा दूध चढ़ाएं। इसके बाद शाम को घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपके भाग्य खुलेंगे।
-
एकादशी के दिन निर्जला व्रत रखें और द्वादशी के दिन तुलसी खा कर व्रत खोलें।
-
एकादशी के दिन सुहागिन स्त्रियों को घर बुला कर खीर और पूड़ी का भोजन कराएं और सुहाग की सामग्री दान में दें। इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होंगी।
-
एकादशी के दिन तुलसी पूजा जरूर करें और शाम के समय तुलसी के समक्ष घी का दीपक जला कर उनकी आरती करें।
-
एकादशी पर तुलसी पूजा के साथ 'ॐ नमो भगवत वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें। तुलसी माता की 11 बार परिक्रमा करें।
-
इस दिन दक्षिणावर्ती शंख की पूजा जरूर करें और इस शंख में जल भर कर घर में छिड़काव करें।
-
एकादशी के दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें। एकादशी पर्व पर पीले फलों, अन्न और पीले वस्त्र का दान करें।
इनमें से कोई एक उपाय उत्पन्ना एकादशी के दिन कर लें। आपकी सभी कामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।