- भगवान जगन्नाथ विष्णु जी के अवतार माने गए हैं, वह श्रीकृष्ण का रूप हैं
- दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं तो घर पर ही उनके नामों का जाप करें
- भगवान जगन्नाथ के विभिन्न रूप और नाम हैं जो भक्तों को कृपा देते हैं
हर साल की तरह इस बार कोरोना संक्रमण के कारण भगवान जगन्नाथ के मंदिर से रथयात्रा निकली तो लेकिन उसमें आमजन शामिल नहीं हो सके। यदि आपको भगवान के रथ को खींचने का मौका नहीं मिला तो मन दुखी न करें। बल्कि घर में ही प्रभु के विभिन्न नाम और रूप का जाप कर उनका आशीर्वाद पा सकते हैं। मान्यता है कि प्रभु के आर्शीवाद के बिना उनके रथ की रस्सी तक पहुंचना भी मुश्किल होता है। भगवान जगन्नाथ कृष्ण भगवान का ही अवतार माने गए हैं और प्रभु के विभिन्न रूप और नाम हैं। इसलिए भगवान जगन्नाथ की आरती में भी इन्हीं नामों का जाप किया जाता है।
जानें रथयात्रा से जुड़ी पौराणिक कथा
एक बार भगवान की बहन सुभद्रा जी ने द्वारका नगर देखने की इच्छा प्रभु से की। भगवान जगन्नाथ जी ने अपने रथ पर बिठा कर उन्हें नगर दर्शन कराया। नगर दर्शन के दौरान उनके प्रभु को सर्दी लगने की भी एक कथा प्रचलित है जिसमें उन्हें काढ़ा पिलाया जाता है। तीन दिन तक चलने वाली इस यात्रा को हर साल उसी क्रम में मनाया जाता है। रथ हर साल इसी दिन निकलते हैं और तीन दिन बाद प्रभु अपने मंदिर में वापस विराजते हैं। कहते हैं इस अवसर को देखना ही अपने आप में बेहद पुण्य माना जाता है, लेकिन जो इसे नहीं देख पाते वह घर में ही प्रभु जगन्नाथ की पूजा, आरती और भजन आदि कर उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं। तो आइए भगवान जगन्नाथ के अनंत नाम के साथ इस आरती को करें और प्रभु के आशीर्वाद और कृपा के भागी बनें।
भगवान जगन्नाथ के नाम का जाप
अनंत रूप अन्नांत नाम
अनंत रूप अन्नांत नाम,
अनंत रूप अन्नांत नाम,
आधी मूला नारायाणा
आधी मूला नारायाणा
अनंत रूप अन्नांत नाम,
अनंत रूप अन्नांत नाम,
आधी मूला नारायाणा
आधी मूला नारायाणा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
अनंता सयाना हे जगानाथा
अनंता सयाना हे जगानाथा
कमला नयना हे माधवा
कमला नयना हे माधवा
करुणा सागरा कालिया नर्धना
करुणा सागरा कालिया नर्धना
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
अनंत रूप अन्नांत नाम,
अनंत रूप अन्नांत नाम,
आधी मूला नारायाणा
आधी मूला नारायाणा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्वा रूपा विस्वा धारा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्ववयापका नारायाणा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
विस्वा तेजसा प्रज्ञा स्वरूपा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे ढाया सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
हे कृपा सिंधो कृष्णा
प्रभु जन्नाथ के अनंत नाम के जाप से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।