- अंग्रेजी कैलेंडर में मई वर्ष का पांचवा महीना होता है, जब से ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है।
- मई के महीने में हिंदू और इस्लाम धर्म के कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे।
- कालाष्टमी, ईद-उल-फितर, गंगा सप्तमी समेत मई के महीने में कई व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं।
May Month Festival: अगर आप मई महीने में होने वाले त्योहारों के बारे में सही जानकारी पाना चाहते है, तो यहां आप मई महीने में होने वाले खास त्योहार उनके दिन और शुभ मुहूर्त आसानी से जान सकते हैं।
मई 2021 के व्रत और त्योहार
- 03 मई 2021, कालाष्टमी
हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर कालाष्टमी मनाया जाता है। इस दिन काल भैरव की पूजा की जाती है।
- वरुथिनी एकादशी 2021 - 7 मई, शुभ दिन शुक्रवार
एकादशी शुभ मुहूर्त- 6 मई 2021 को दोपहर 2 बजकर 10 मिनट 12 सेकंड से एकादशी
एकादशी तिथि समाप्त- 7 मई 2021 को शाम 3 बजकर 32 मिनट तक
एकादशी व्रत पारण समय- 8 मई को सुबह 5 बजकर 35 से लेकर 8 बजकर16 मिनट तक
पारण का समय- 2 घंटे 41 मिनट
वरुथिनी एकादशी में भगवान विष्णु के 12 अवतार की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस एकादशी के दिन सूर्यास्त के समय भगवान हरी के चरणों में सफेद रंग के फूल चढ़ाने से श्री हरि के साथ माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होकर सभी इच्छाओं को पूर्ण करती हैं।
- 8 मई 2021, शनि प्रदोष
हर माह की त्रयोदशी तिथि पर शनि प्रदोष व्रत किया जाता है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है।
- 9 मई 2021, मासिक शिवरात्रि
9 मई को इस बार वैशाख माह की मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
- वैशाख अमावस्या - 11 मई, दिन मंगलवार
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस माह से त्रेता युग की शुरुआत होती है। धर्म के अनुसार इस महीने का प्रत्येक दिन बहुत ही पुण्य माना जाता है।
10 मई 2021 को शाम 9 बजकर 57 से अमावस्या प्रारंभ
12 मई 2021 को रात 12 बजकर 31 पर अमावस्या समाप्त
- 12 मई 2021, ईद-उल-फितर
ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहते हैं। रमजान का यह आखिरी दिन होता है। इस्लाम धर्म में इस दिन लोग मीठे पकवान का सेवन करते हैं।
- अक्षय तृतीया 2021, परशुराम जयंती 2021 - 14 मई, दिन- शुक्रवार
वैशाख शुक्ल तृतीया को अक्षय तृतीया कहते है। यह sanatan Dhrma में मनाया जाने वाला प्रधान त्योहार है। हिंदू पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती हैं।
- 18 मई 2021, गंगा सप्तमी
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर हर वर्ष गंगा सप्तमी मनाई जाती है। हिंदुओं नेताओं के अनुसार, यह कहा जाता है कि इस दिन गंगा नदी स्वर्ग लोक से भगवान शिव की जटाओं में स्थापित हुईं थीं।
- 20 मई 2021, मासिक दुर्गाष्टमी
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर दुर्गाष्टमी व्रत रखा जाता है।
- 21 मई 2021, सीता नवमी
नवमी तिथि की शुरुआत- 20 मई 2021 को 12 बजकर 25 से
नवमी तिथि की समाप्ति- 21 मई 2021 को 11 बजकर 10 तक
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को जानकी नवमी या सीता नवमी के नाम से पुकारा जाता हैं। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन पुष्प नक्षत्र में राजा जनक संतान प्राप्ति के लिए यज्ञ भूमि तैयार करने के लिए हल से भूमि जोते थे।
- 22 मई 2021, मोहिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी व्रत प्रारंभ- 22 मई 2021 को 9 बजकर15 से
मोहिनी एकादशी तिथि समाप्त- 23 मई 2021 को 6 बजकर 45 मिनट तक
मोहिनी एकादशी पारण मुहूर्त- 24 मई 2021 को 5 बजकर 26 मिनट से 8 बजकर10 मिनट तक
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन व्रत करने से मन की सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती है। आपको बता दें, कि इसी दिन समुंद्र मंथन से निकलने वाले अमृत की रक्षा करने के लिए भगवान श्री हरि ने मोहिनी रूप धारण किया था।
- 24 मई 2021, सोम प्रदोष व्रत
वैशाख माह का सोम प्रदोष व्रत इस बार 24 मई को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
- 25 मई 2021, नरसिंह जयंती
हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर नरसिंह जयंती मनाई जाती है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, भगवान नरसिंह भगवान विष्णु के चौथे रूप माने जाते हैं जिन्होंने हिरण्यकश्यप का वध किया था।
- 26 मई 2021 बुद्ध पुर्णिमा या वैशाख पूर्णिमा
वैशाख पूर्णिमा प्रारंभ- 25 मई 2021 को शाम 8 बजकर 22 से
वैशाख पूर्णिमा समाप्ति- 26 मई 2021 को दोपहर 4 बजकर 42 तक
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की पूर्णिमा को ही बुद्ध पूर्णिमा के नाम से पुकारा जाता है। धर्म के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के 9 वे अवतार यानी गौतम बुद्ध के नाम से इस जयंती को मनाया जाता है।
- 27 मई 2021, नारद जयंती
हर वर्ष ज्येष्ठ कृष्ण की द्वितीया तिथि पर नारद जयंती मनाई जाती है।
- 29 मई 2021, संकष्टी चतुर्थी
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है।