- श्रावण सौर मास में करें शिवजी कि विशेष पूजा
- इस मास में विशेष पूजा से मिलते हैं विशेष लाभ
- सौर श्रावण मास में मनोकामना पूर्ति के लिए करें प्रयास
भोले भंडारी को सावन का पूरा महीना समर्पित होता है, लेकिन कुछ ज्योतिषाचार्य सावन का शुभारंभ सौर श्रावण मास से ही मानते हैं। उनकी मान्यता है कि जब सूर्य कर्क राशि में गोचर करता है, तब असल मायने में सावन शुरू होता है। सावन में भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा का विधान है। सावन में भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करने से मन की हर इच्छा पूरी होती है।
Saur Shravan Maas Prarambh Date, सौर श्रावन मास प्रारंभ
सौर श्रावण मास से सावन का सबसे शक्तिशाली दिन शुरू होते हैं, इसलिए इस दिन खास तरह से पूजा करनी चाहिए। सौर मास श्रावण की शुरुआत 17 जुलाई से हो रहा है। इसलिए सौर श्रावण मास में राशि के अनुसार शिवजी को कुछ चीजें चढ़ानी चाहिए। इससे मनोकामना पूर्ति या कष्ट मुक्ति की संभावना अधिक हो जाती है।
सौर श्रावन मास : राशि के अनुसार शिवजी को क्या चढ़ाएं और इससे क्या मिलेगा लाभ
- मेष राशि: इस राशि के जातकों को अपने घर में सौभाग्य और सुख की प्राप्ति के लिए शिवजी को गुड़ जरूर चढ़ाना चाहिए। कोशिश करें कि हर सोमवार के साथ ही सावन के प्रत्येक दिन शिवजी का जलाभिषेक कर उन्हें गुड़ चढ़ाएं।
- वृष राशि : मान-सम्मान और वर्चस्व कायम रखने के लिए इस राशि के जातकों को शिवजी को सावन मास में दही या पंचामृत से अभिषेक जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी मन की सारी इच्छाएं भी पूरी हो जाएंगी।
- मिथुन राशि : मिथुन राशि के जातकों को धन और रोग से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए शिव जी को गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से उनके घर में आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी और रोग आदि का भी नाश होगा।
- कर्क राश : इस राशि के जातकों को अपने व्यक्तित्व में निखार के साथ भाग्य चमकाने के लिए भगवान शिव का सावन मास में कच्चे दूध से अभिषेक करना चाहिए।
- सिंह राशि : किसी संकट, विवाद या मुकदमे से मुक्ति के लिए भगवान शिव को इस राशि के जातकों को खीर का भोग लगाना चाहिए।
- कन्या राशि : कन्या राशि के जातकों को जीवन में सफलता पाने और भाग्योदय के लिए सावन मास में हर दिन शिवजी को कम से कम 11 बेलपत्र जरूर चढ़ाने चाहिए।
- तुला राशि : शत्रु संकट, विवाद या कार्य में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए तुला राशि के जातकों को शिवजी का दूध से अभिषेक पूरे सावन मास में करना चाहिए।
- धनु राशि : यदि कार्य बनते-बनते बिगड़ रहे रोग या शत्रु पक्ष हावी हो रहा हो तो धनु राशि के जातकों को भगवान शिव का सावन मास में पंचामृत से स्नान करना बहुत शुभ फल प्रदान करेगा।
- वृश्चिक राशि- इस राशि के जातकों को अपनी उन्नती और सौभाग्य के लिए शिवजी को सावन मास में लाल गुलाब के फूल जरूर चढ़ना चाहिए।
- मकर राशि : इस राशि के जातकों को कार्य सिद्धि एवं मनचाहे जीवनसाथी अथवा वैवाहिक जीवन में सुख के लिए शिवजी को सावन मास में नारियल के जल अभिषेक करना चाहिए।
- कुंभ राशि: इस राशि के जातकों को आर्थिक उन्नति एवं शत्रु पक्ष को परास्त करनेके लिए शिवजी को सावन मास में सरसों के तेल से अभिषेक करना चाहिए।
- मीन राशि : इस राशि के जातकों को भगवान शिव की कृपा पाने और किसी भी तरह की मनोकामना पूर्ति के लिए केसरयुक्त दूध से शिव का अभिषेक करनाच चाहिए।
सौर श्रावण मास में शिवजी को यदि राशि के अनुसार ये उपाय किए जाएं तो मनुष्य की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस दौरान सच्चे और निष्फल मन से शिव पूजन करना चाहिए।