- सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु के बीज मंत्र का जाप करें
- जरूरतमंदों को अन्न और गर्म वस्त्र का दान करें
- बेहतर स्वास्थ्य के लिए रोगी को फल आदि खिलाएं
Safala Ekadashi : सफला एकादशी का व्रत शनिवार 9 जनवरी को रखा जाएगा। इस दिन व्रत रखने से मनुष्य को लंबी आयु और बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। साथ ही, धन और दांपत्य से जुड़े संकट भी दूर होते हैं। यदि संतान को लेकर कष्ट हो तो सफला एकादशी के दिन कुछ ऐसे उपाय हैं, जिन्हें आजमा कर आप हर तरह के कष्ट से दूर हो सकते हैं। इस व्रत को करने से मनुष्य को हर कार्यों में सफलता मिलती है और श्री हरि की कृपा से धन-ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति होती है। तो चलिए बताएं कि सफला एकादशी पर कौन से उपाय आपकी किस समस्या के लिए कारगर होंगे।
सर्वप्रथम करें भगवान श्री हरि की इस विधि से पूजा
सुबह उठकर स्नान कर व्रत-पूजन का संकल्प लें। इसके बाद श्री हरि की तस्वीर को पीले आसान पर विराजित कर उन्हें सफेद चन्दन या गोपी चन्दन लगाएं। भगवान के साथ देवी लक्ष्मी को भी पूजा करें। इसके बाद पंचामृत , पुष्प और फल अर्पित करें। इस दिन सुबह और शाम दोनों ही वक्त दीप आरती करनी चाहिए। व्रत के बाद गरीबों को अन्न और गर्म वस्त्र का दान करें।
सफला एकादशी पर करें ये अचूक उपाय
बेहतर स्वास्थ्य के लिए
सफला एकादशी के दिन श्रीहरि को फल अर्पित करने के बाद 108 बार "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का जाप करें और पूजा के बाद प्रभु पर चढ़े फल को किसी रोगी को दे दें।
आर्थिक और कारोबार में सफलता के लिए
एकादशी के दिन श्रीहरि की पूजा कभी अकेले नहीं करें। देवी लक्ष्मी की पूजा भी जरूरी है। एकादशी की पूजा में हमेशा संयुक्त रूप से करें। इस दिन देवी लक्ष्मी को सौंफ और श्री हरि को मिसरी अर्पित कर "ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः" का 108 बार जाप करें। इस सौंफ और मिस्री का सेवन रोज रात में करें। ये उपाय आपके धन और कारोबार के हर संकट को दूर कर देगा।
संतान प्राप्ति के लिए
एकादशी के दिन श्रीहरि को चांदी के पात्र में पंचामृत अर्पित करने के बाद 108 बार "ॐ नमो नारायणाय" का जाप करें। पूजा के बाद पंचामृत पति-पत्नी कर भगवान से अपनी कामना कहें।
सुरक्षा और रक्षा के लिए
एकादशी के दिन पीला रेशमी धागा भगवान श्रीहरि को अर्पित करें। इसके बाद उस धागे को हाथ में लेकर "रां रामाय नमः" का 108 बार जाप करें। जाप जब पूरा हो जाए तो इस धागे को अपने दाएं हाथ में बांध लें। महिलाएं इसे बाएं हाथ में बांधें। भगवान श्रीहरि आपकी रक्षा स्वंय करेंगे। हर एकादशी के दिन आप पुराना धागा तुलसी में डाल दें और नया धागा ऐसे ही मंत्र पढ़ कर धारण कर लें।
सफला एकादशी के दिन किए गए ये उपाय आप हर एकादशी पर भी कर सकते हैं।