- सफलता पाने के लिए व्यवाहर कुशल होना जरूरी है
- ज्ञान के बिना जीवन में सफलता नहीं मिल सकती
- लक्ष्य को केंद्र कर कार्य योजना पर काम करना चाहिए
महाभारत में भीष्म जहां राज्यनिष्ठा और धर्म पर चलते थे वहीं विदुर धर्म और ज्ञान के आधार पर हस्तिनापुर के शासक को राह दिखाते थे। विदुर ने अपनी नीतियों पऔर ज्ञान के आधार पर ही पांडु के प्रधानमंत्री बने थे। हालांकि विदुर भी पांडु और धृतराष्ट्र की तरह ही वेदव्यास से ही जन्मे थे लेकिन अपनी विद्वदता और ज्ञान के बाद भी केवल इसलिए राजा नहीं बन सके, क्योंकि वह एक दासी के पुत्र थे। इसलिए उन्हें उनकी विद्वता के आधार पर प्रधानमंत्री का पद मिला था। कहा जाता है कि विदुर की छठी इंद्रिय काफी सक्रिय थी और यही कारण है कि उन्हें लाक्षागृह के षडयंत्र का पहले ही आभास हो गया था। विदुर की नीतियां आज के युग में भी उतनी प्रासंगिक हैं। विदुर ने जीवन में सफल होने के लिए चार गुण का होना इंसान में जरूरी माना है।
Vidur Niti Success Secrets / जीवन में सफलता के लिए ये हैं 4 नियम
1 अच्छा व्यवहार आगे बढ़ता है
जिस मनुष्य का स्वभाव सरल और मधुर होता है, उसे जीवन में सफलता जरूर मिलती है। कठोर और ककर्श बोलने वालों को कई बार उनके व्यवहार के कारण सफलता नहीं मिल पाती। इसलिए जीवन में यदि आपको सफल होना है तो अपने व्यवहार को हमेशा सौम्य बनाएं रखें। विदुर ने सौम्यता को विकास का आधार माना है।
2 ज्ञान से हो सकता है सब कुछ हासिल
सफलता को भाग्य के भरोसे नहीं पाया जा सकता और इस बात का विदुर नीति में भी उल्लेख है। भाग्य उन्हीं का साथ देता है जो मेहनती होते हैं। इसलिए ज्ञान के बिना कुछ भी पाना संभव नहीं है। ज्ञान विपरीत स्थितियों का साथी होता है। ज्ञान हो तो इंसान सब कुछ पा सकता है और ज्ञान न हो तो सब कुछ होते हुए भी उसे गंवाया जा सकता है।
3 लक्ष्य पर रखें हमेशा नजर
जीवन में सफलता पाने का सबसे बड़ा रास्ता ये है कि मनुष्य अपने लक्ष्य पर नजर रखे। जो मनुष्य अपने जीवन का लक्ष्य केंद्रित नहीं करता या तय कर के नहीं चलता उसे जीवन में सफलता आसानी से नहीं मिल पाती। सफल वही होते हैं जो लक्ष्य पर नजर बना कर अपनी कार्ययोजना पर काम करते हैं।
4 दूसरों का उपकार हमेशा याद रखें
विदुर नीति में दूसरों के उपकार को याद रखने पर जोर दिया गया है। विदुर कहते हैं कि जो इंसान विपरीत स्थिति में आपका साथ दे उसे कभी नहीं भूलना चाहिए। बुरे वक्त में साथ देने वाला ही सच्चा और सही साथी होता है। इसलिए उपकार को याद रखने वाला ही जीवन में आगे बढ़ता है।