- Holy Week (होली वीक) ईसाई कैलेंडर के मुताबिक बेहद पवित्र सप्ताह माना जाता है
- होली वीक में पांच दिन बेहद अहम माने जाते हैं
- पवित्र सप्ताह के छठे दिन यानि शुक्रवार को गुड फ्राइडे कहा जाता है।
इस साल होली वीक यानि पवित्र सप्ताह की शुरुआत अप्रैल को हो रही है जो 11 अप्रैल को खत्म हो जाएगा। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि होली वीक जो ईसाई कैलेंडर के मुताबिक बेहद पवित्र सप्ताह माना जाता है। होली वीक की शुरुआत रविवार से होती है जिसके बाद आने वाला रविवार ईस्टर होता है जिस दिन ये पवित्र सप्ताह समाप्त हो जाता है। इस पूरे सप्ताह ईसाई समुदाय के लोग ईसा मसीह की प्रार्थना करते हैं। होली वीक में पांच दिन बेहद अहम माने जाते हैं जानते हैं कौन से हैं वे पांच दिन और उनका क्या महत्व है-
Palm Sunday- ईसाई धर्म में ये मान्यता है कि इस दिन ईसा मसीह यरूशलम में गधे पर बैठ कर आए थे। उसके बाद ही उन्होंने अपने आप को क्रूस पर चढ़ाया था। यह होली वीक का पहला सप्ताह माना जाता है। लोगो ने उन्हें ईश्वर का बेटा माना था और उनके रास्तों में फूल पत्तियां बिखेरी थी।
Maundy Thursday- इस दिन जीसस क्राइस्ट (ईसा मसीह) ने अपना अंतिम शाम का भोजन किया था। इस दिन रोमन ईसाई घरों में गरीबों की सेवा की जाती है। इस दिन पोप 12 गरीब लोगों के पांव धोते हैं। चूंकि ईसा मसीह ने भी ऐसा ही किया था इसलिए आज भी इसका पालन किया जाता है।
Good Friday- पवित्र सप्ताह के छठे दिन यानि शुक्रवार को गुड फ्राइडे कहा जाता है। इस दिन ईसा मसीह ने क्रूस पर अपने प्राण त्यागे थे। इस दिन ईसाइयों के लिए मौन व शोक का दिन होता है। बाइबिल में बताया गया है कि किस तरह रोमन सैनिकों ने ईसा मसीह को बर्बरता से पहले मारा था इसके बाद उन्हें क्रूस पर चढ़ाया था। इस दिन को गुड इसलिए नहीं कहा जाता है कि इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है बल्कि इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि इस दिन ईसा मसीह ने अपने प्राण त्याग तक बुराई पर अच्छाई को जीत दिलाई थी इस दिन को पवित्रता के मायने में गुड बताया जाता है। इस दिन ईसाई समुदाय के लोग व्रत रखते हैं और ईसा मसीह की प्रार्थना करते हैं।
Holy Saturday- गुड फ्राइडे के बाद आने वाले शनिवार को होली सैटरडे कहा जाता है।
Easter Sunday- इस दिन ईसा मसीह को पुनर्जीवन मिला था। 40 दिनों की अवधि के बाद ईस्टर का त्यौहार आता है जिसे ईसाइयों के द्वारा बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मार्च में पहली पूर्णिमा के बाद आने वाले पहले रविवार को ईस्टर मनाया जाता है। फूल, म्यूजिक, कैंडल और घंटियों के साथ चर्च में इसे सेलिब्रेट किया जाता है। केक काटकर ईसा मसीह के पुनर्जागरण को सेलिब्रेट किया जाता है।