- गंगा दशहरा पर गर्मी से बचाव वाली चीजें दान करें
- सत्तू,गुड़ और पानी वाले फलों का दान विशेष रूप से करें
- घड़ा, छाता,चप्पल, गमच्छा आदि का दान करना चाहिए
इस साल एक जून को गंगा दशहरा है। इस दिन राजा भागीरथ के कठोर तप से प्रसन्न हो कर देवी गंगा धरती पर अवतरित हुईं थीं। धरती पर गंगा के अवतरित होने के खुशी में गंगा दशहरा मनाया जाता है। पुराणों में मान्यता है कि इस दिन दान-पुण्य करने का विशेष फल मिलता है। आमतौर पर किसी अन्य त्योहार पर दान इच्छा अनुसार किया जाता है, लेकिन गंगा दशहरा भीषण गर्मी होती है और दान में ऐसी ही चीजें दी जाती है जिससे गर्मी से राहत मिल सके। गंगा दशहरा पर क्या चीजें दान की जानी चाहिए, यह जान लेना जरूरी है। कोरोना संक्रमण काल में यदि आप गंगा दशहरा के दिन दान न कर सकें तो दान के नाम पर पैसे या चीजें निकाल कर रख दें और जब मौका मिले उसे दान कर दें। इस दान का लाभ गंगा दशहरे पर किए गए दान जैसा ही माना जाता है।
Ganga Dussehra पर घर पर करें स्नान
गंगा दशहरा पर घर में ही नहाने के पानी में गंगा जल मिला लें और उस पानी से स्नान और अचमन करें। स्नान के जल में गंगा जल की कुछ बूंदे ही डालने से पूरा जल गंगा जल समान हो जाता है।
स्नान करते समय करें इस मंत्र का जाप
स्नान करते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए- गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु।। और ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः।।
गंगा दशहरा पर इन चीजों का करना चाहिए दान
- गंगा दशहरा पानी से भरा घड़ा दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
- छाता, जूता, चप्पल, टोपी आदि का दान करना भी पुण्यकारी होता है।
- मौसमी और पानीदार फल के साथ ही सत्तू और गुड़ का दान इस दिन जरूर करना चाहिए।
- सूती वस्त्र, गमच्छा और धोती आदि का दान करना भी शुभ माना गया है।
- इसके साथ कुछ दक्षिणा भी जरूर देना चाहिए।
- संभव हो तो प्याऊ की व्यवस्था जरूर करनी चाहिए।
- बेघर लोगों के लिए छांव की व्यस्था करना विशेष पुण्य देने वाला माना गया है।