मुख्य बातें
- सोते हुए जानवर को जगाना, जान से हाथ धोना हो सकता है
- नींद में खलल किसी के भी गुस्से का कारण हो सकती है
- गुस्से में इंसान अच्छा या बुरा कुछ याद नहीं रख पाता है
चंद्रगुप्त मौर्य में संपूर्ण भारत का राजा बनने का संकेत चाणक्य को नजर आना कोई संजोग नहीं था, बल्कि ये चाणक्य की पारखी नजर और उनके ज्ञान का असर था। चाणक्य ने अपने ज्ञान के बल पर हीं नंदवंश का नाश किया और चंद्रगुप्त को संपूर्ण भारत वर्ष का सम्राट बना दिया। इसी ज्ञान के आधार पर उन्होंने चाणक्य नीति भी लिखी, जो वर्तमान समय में भी मनुष्य के बेहतरीन जीवन के लिए उपयोगी है। चाणक्य ने अपनी नीतियों में 7 प्राणियों को नींद से न जागने की सलाह दी है, क्योंकि ये अचानक नीद से जागने पर मनुष्य के लिए मौत का कारण बन सकते हैं।
Chanakya Niti के अनुसार किनको नींद से नहीं जगाना चाहिए
- राजा या शासक को कभी कच्ची नींद से नहीं जगाना चाहिए। कच्ची नींद में जागाने से इनके क्रोध का भागी आपको बनना पड़ सकता है। हो सकता है क्रोध में ये आपको मौत का दंड दे दें। मौजूदा समय में राजवंश नहीं हैं, लेकिन यदि आप किसी अधिकारी या शासक को नींद से जगा दें तो हो सकता है आपका डिमोशन हो जाए या आप उनकी नजर में अच्छे न रहें।
- शेर यदि सो रहा हो तो उसे कभी उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना अपनी मौत को बुलाने जैसा ही होगा। सोया हुआ शेर शांत होता है, लेकिन जागते ही ये नरभक्षी साबित हो सकता है।
- सोते या शांत पड़े सांप को छेड़ना अपने लिए मौत का सामान तैयार करने जैसा होता है। इसलिए सांप यदि शांत पड़ा हो तो उसे कभी नहीं छेड़ना चाहिए। अन्यथा वह बिना डसे नहीं रहेगा।
- सोते हुए शिशु को जगाना कई बार बहुत ही सिरदर्द का कारण बन जाता है। शिशु जब भी कच्चे नींद उठता है तो वह अनमना रहता है और वह रो-रो कर घर सर पर उठा देता है।
- किसी भी हिंसक पशु को सोते समय नहीं जगाना चाहिए, क्योंकि ऐसे में वह सामने वाले पर हमला किए बिना नहीं रहेगा। सोता हुआ जागने पर क्रोध बहुत होता है।
- मूर्ख व्यक्ति को जगाना भी आप पर भारी पड़ सकता है। मूर्खों को कब क्या सूझ जाए यह नहीं पता, इसलिए ऐसे लोगों से नींद ही नहीं, जागते भी दूर ही रहना चाहिए।
- बिच्छू यदि शांत हो तो उसे कभी नहीं छेड़ें क्योंकि ये यदि परेशान हुआ तो इसके डंक आपको जीने नहीं देंगे। नींद से जगाते ही वो सबसे पहले डंक मारते हैं। ऐसे में आपकी जान भी जा सकती है।