- इस वर्ष 11 मार्च को मनाई जाएगी महाशिवरात्रि, इस दिन जप-तप का है विशेष महत्व
- महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के शिवलिंग की होती है पूजा
- महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती की अराधना के साथ शिव मंत्रों का जाप करना माना जाता है लाभकारी
नई दिल्ली: सनातन धर्म में भगवान शिव को प्रमुख देवताओं में से एक माना गया है। भगवान शिव को शंकर, महेश, भोलेनाथ, रूद्र, आदि नामों से जाना जाता है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दिन दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि शिव मंत्रों का जाप करने से सारी मुश्किलें दूर हो जाती हैं और आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। ऐसा माना जाता है कि उनके मंत्रों का जाप करने से वह प्रसन्न होते हैं। इसलिए इस दिन व्रत,उपवास के साथ शिव पूजन और साथ में उनके मंत्रों के जाप की भी प्रधानता है।
भगवान शिव के कल्याणकारी मंत्र।
पंचाक्षरी शिव मंत्र:
ॐ नमः शिवाय
महाशिवरात्रि के पर्व पर ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से आत्म बल और विश्वास में वृद्धि होती है। इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। यह मंत्र आपको आत्मविश्वास से भर देता है।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।
महाशिवरात्रि पर इस मंत्र का जाप करने से भगवान शंकर की असीम कृपा प्राप्त होती है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है । शास्त्रों ने इस मंत्र की बहुत महिमा गाई है और इसे मृत्यु पर विजय प्राप्त करनेवाला मंत्र बताया गया है।ल
रूद्र मंत्र
ॐ नमो भगवते रुद्राय
इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव अपने भक्तों को शक्ति प्रदान करते हैं। रूद्र मंत्र का जाप हर एक तरह के मुसीबतों से बचाता है। भगवान शंकर का यह जाप करने में आसान मंत्र है जो सर्वथा कल्याणकारी है।
शिव गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात
माना जाता है कि शिव गायत्री मंत्र का जाप करने से इंसान के अंदर और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। शिव गायत्री मंत्र का जाप करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। इस मंत्र जाप रोजाना पूजा के समय भी किया जा सकता है।
शिव ध्यान मंत्र
करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं वा श्रवणनयनजं वा मानसंवापराधं।
विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्री महादेव शम्भो।।
शिव ध्यान मंत्र का जाप करने से आत्म शुद्धि होती है और हर प्रकार के तनाव से छुटकारा मिलता है। मान्यताओं के अनुसार शिव ध्यान मंत्र का जाप करने से नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं। इस मंत्र का जाप किसी भी प्रहर किया जा सकता है।